शाहजहांपुर: कोर्ट के आदेश पर दो डॉक्टरों व कंपाउंडर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, तीनों पर है इलाज में लापरवाही का आरोप
शाहजहांपुर, अमृत विचार। शहर में एक प्राइवेट अस्पताल के दो डॉक्टरों व कंपाउंडर के खिलाफ सदर बाजार थाना में कोर्ट के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की गयी है। पीड़ित का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण उसकी पत्नी की डिलीवरी के बाद मौत हुई है। 70 हजार रुपये जमा कराने के बाद कोई रसीद नहीं दी।
जलालाबाद थाना क्षेत्र के गांव इमलिया खुर्द निवासी रजनीश ने कोर्ट के आदेश पर सदर बाजार में रिपोर्ट दर्ज करायी है कि उसकी पत्नी रजनी गर्भवती हुई तो उसके गर्भकाल पूर्ण होने से पहले दो बार अल्ट्रासाउंड करवाया। रिपोर्ट के अनुसार मां और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए गए। 14 जुलाई 2023 उसकी पत्नी के प्रसव पीड़ा हुई। वह अपनी पत्नी को लेकर निगोही रोड पर एक प्राइवेट अस्पताल में लेकर आया।
उन्होंने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने सामान्य डिलीवरी का भरोसा दिलाया। डिलीवरी से पहले 50 हजार रुपये जमा करा लिए।डॉक्टर ने कोई रशीद नहीं दी। दो घंटे बाद दो डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा पैदा करने के लिए सर्जरी करनी पड़ेगी अन्यथा बच्चे को बचा नहीं पाएंगे। डॉक्टरों ने सर्जरी के लिए 20 हजार रुपये और जमा करा लिए। इसकी भी कोई रसीद नहीं दी।
14 जुलाई 2023 की रात साढ़े 10 बजे उसकी पत्नी ने पुत्र को जन्म दिया। जच्चा-बच्चा को वार्ड में शिफ्ट कर दिया। कुछ देर बाद उसकी पत्नी के पेट में दर्द होने लगा। कंपाउंडर से उसके इंजेक्शन लगाया और दर्द और बढ़ गया। महिला डॉक्टर आयी और उसकी पत्नी को आईसीयू में ले गयी। उसके पेट में नली डालकर तीन यूनिट खून निकाला। डाक्टर ने दो यूनिट खून मंगवाया। रजनी का भाई खून लेने के लिए चला गया। इस दौरान उसकी पत्नी रजनी की मौत हो गयी।
आरोपित दोनों डाक्टरों के पास आयुर्वेदिक की डिग्री है और ऑपरेशन करने की योग्यता नहीं है। पीड़ित का आरोप है कि दोनों डॉक्टरों व कंपाउंडर की लापरवाही से उसकी पत्नी की मौत हुई है। उन्होंने थाना पर तहरीर दी और पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की। प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दो डाक्टर व कंपाउंडर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।