पुनर्वास विवि में हुआ बायोमीट्रिक अटेंडेंस अनिवार्य, उपस्थिति के बिना दशमोत्तर छात्रवृत्ति पर लग सकती है रोक
लखनऊ, अमृत विचार: डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में शैक्षिक सत्र 2024-25 से स्नातक व परास्नातक पाठ्यक्रमों के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) वर्ग के छात्रों के लिए आधार नंबर आधारित बायोमीट्रिक या फेशियल ऑथेन्टिकेशन को अनिवार्य कर दिया गया है। दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना को लेकर आधार कार्ड आधारित हाजिरी को जिला समाज कल्याण अधिकारी ने अनिवार्य कर दिया है। इसके बिना अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के छात्रों को छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिल पाएगा। इस संबंध में अधिष्ठाता छात्र कल्याण की ओर से सूचना जारी कर दी गई है।
छात्र अधिष्ठाता कल्याण डॉ. आशुतोष पांडेय ने बताया कि बीटेक, बीफार्मा, एलएलएम, एमटेक, एमबीए, एमसीए और पीएचडी पाठ्यक्रमों में पढ़ने वाले अल्पसंख्यक छात्रों को छोड़कर ओबीसी छात्रों के लिए आधार बेस्ड अटेंडेंस अनिवार्य किया गया है। दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना नियमावली 2023 के अनुसार शैक्षिक छात्रवृत्ति योजना नियमावली 2023 के अनुसार शैक्षिक सत्र 2024-25 में 75 प्रतिशत या उससे अधिक उपस्थिति वाले छात्र-छात्राओं को ही छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति अनुमन्य होगा। इसके लिए सभी अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों की प्रतिदिन उपस्थिति की गणना आधार बेस्ड बायोमेट्रिक या फेशियल ऑथेन्टिकेशन के जरिए की जाएगी। 75 प्रतिशित से कम उपस्थिति वाले छात्र या छात्राओं को छात्रवृत्ति व शुल्क प्रतिपूर्ति का लाभ नहीं मिल सकेगा।
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