कासगंज: विवादों में घिरी नगर पालिका गंजडुंडवारा, अधर में लटका विकास

पालिका चेयरमैन व ईओ पर लगा एक करोड़ के भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप

कासगंज: विवादों में घिरी नगर पालिका गंजडुंडवारा, अधर में लटका विकास

गंजडुंडवारा, अमृत विचार। गंजडुंडवारा नगर पालिका विवादों के घेरे में है, जिससे कस्बे का विकास अधर में लटका हुआ है। विकास न होने से शहरवासी परेशान हैं। पालिका परिषद एक बार फिर बड़े विवादों के घेरे में खड़ी नजर आ रही है। इसका कारण नगर पालिका परिषद के चेयरमैन एवं ईओ के खिलाफ एक महिला द्वारा स्ट्रीट लाइटों के नाम पर एक करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाना है। महिला ने मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से शिकायत कर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।

गंजडुंडवारा नगर पालिका क्षेत्र की निवासी महिला राखी सक्सेना ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि पूर्व चेयरमैन संजीव महाजन के कार्यकाल में चुनाव से पहले प्रकाश व्यवस्था के लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि से 197 पोल और लगभग 300 स्ट्रीट लाइटों की खरीदारी की गई थी। लेकिन निकाय चुनाव के बाद नवनिर्वाचित चेयरमैन हाजी मुनब्बर हुसैन और अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार द्वारा इसी कार्य के लिए फिर से करीब एक करोड़ रुपये निकाल लिए गए। यह एक बड़े भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार की जांच अन्य जनपद या प्रदेश स्तर पर कराए जाने और दोषी पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। महिला ने अपनी शिकायत के समर्थन में शपथ पत्र भी दाखिल किया है और जांच गैर-जनपद से कराए जाने की मांग की है।

एक काम के लिए दो बार निकाली धनराशि
गंजडुंडवारा कस्बे में प्रकाश व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पूर्व चेयरमैन संजीव महाजन ने 197 पोल और 300 स्ट्रीट लाइटें खरीदकर लगाने का दावा किया था, लेकिन यह लाइटें कहीं दिखाई नहीं दीं। बाद में वर्तमान चेयरमैन मुनब्बर हुसैन ने भी एक करोड़ रुपये प्रकाश व्यवस्था के नाम पर निकाल लिए, लेकिन कस्बे की प्रकाश व्यवस्था आज भी रामभरोसे है। यह मामला भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।

यह प्रकाश व्यवस्था का काम मेरे कार्यकाल में नहीं हुआ है, लेकिन मामला मेरे संज्ञान में आया है। अपने स्तर से जांच-पड़ताल कराई जाएगी। –सुनील कुमार, ईओ, गंजडुंडवारा