फतेहपुर में रेप का केस दर्ज होने के बाद मचा बवाल: ग्राम प्रधान के सैकड़ों समर्थकों ने अफसरों का कार्यालय घेरा, जानिए पूरा मामला

महिला ने प्रधान पर दर्ज कराई है रिपोर्ट

फतेहपुर में रेप का केस दर्ज होने के बाद मचा बवाल: ग्राम प्रधान के सैकड़ों समर्थकों ने अफसरों का कार्यालय घेरा, जानिए पूरा मामला

फतेहपुर, अमृत विचार। एक दलित महिला द्वारा ग्राम प्रधान गुलाम मोहम्मद पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए थाने में मुकदमा दर्ज कराने के बाद बवाल मच गया है। मामला जिले के राधा नगर थाना क्षत्र का है। यहां गांव की एक दलित महिला ने ग्राम प्रधान पर घर बुलाकर जबरन दुष्कर्म करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने तत्काल किस दर्ज कर लिया। मामला अब तूल पकड़ रहा है।

ग्राम प्रधान गुलाम मोहम्मद पर केस दर्ज होते ही उनके सैकड़ों समर्थक दो ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर कलेक्ट्रेट परिसर और पुलिस अक्षक कार्यालय पहुंच गए। समर्थकों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया और महिला पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से चुनावी रंजिश का परिणाम है। 

उनका दावा है कि ग्राम प्रधान गुलाम मोहम्मद ने हमेशा सभी जातियों और धर्मों के लोगों के लिए काम किया है, और यह आरोप सिर्फ उनकी छवि खराब करने के लिए लगाया गया है। गांव के निवासी मोहम्मद अख्तर ने बताया, ग्राम प्रधान के खिलाफ दुष्कर्म का यह आरोप पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। 

चुनावी रंजिश के चलते कुछ लोग उन्हें बदनाम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधान ने मुसलमान होते हुए भी गांव के सभी लोगों के लिए निष्पक्ष रूप से काम किया है, फिर चाहे वे हिन्दू हों या किसी और जाति के। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को दिए गए ज्ञापन में इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। 

पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि महिला द्वारा लगाए गए आरोपों की सत्यता की जांच किए बिना ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया, जो सरासर गलत है। हम सिर्फ यही चाहते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और अगर आरोप गलत पाए जाते हैं, तो महिला के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाए। 

मामले में पुलिस अधीक्षक विजय कुमार मिश्रा ने कहा, महिला द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच सीओ को सौंपी गई है। फिलहाल मामले की निष्पक्षता से जांच की जा रही है और जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। गांव के लोगों का कहना है कि ग्राम प्रधान के मुसलमान होने के बावजूद उन्होंने हमेशा सभी के हित में काम किया है। ऐसे में उन पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।

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