लखनऊ : सम्पत्ति अनुभाग करेगा नामांतरण शुल्क का सत्यापन

सर्टिफिकेट जारी होते ही पोर्टल पर अपडेट होगी सूचना, जिम्मेदारी तय, ज्यादा दिन फाइलें रोकने पर होगी कार्रवाई

लखनऊ : सम्पत्ति अनुभाग करेगा नामांतरण शुल्क का सत्यापन

लखनऊ, अमृत विचार : लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने सम्पत्तियों के नामांतरण की प्रक्रिया सरल कर दी है। अब सम्पत्ति अनुभाग ऑनलाइन जमा कराये जाने वाले नामांतरण शुल्क का स्वयं सत्यापन करके कार्यवाही आगे बढ़ाएगा। साथ ही नामांतरण सर्टिफिकेट जारी होते ही प्राधिकरण के पोर्टल पर इसकी सूचना अपडेट की जाएगी। उपाध्यक्ष ने सोमवार को एसओपी बनाते हुए अधिकारियों व योजना सहायकों की जिम्मेदारी तय की है।

अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि कुछ जटिल प्रक्रिया के चलते आवासीय व व्यावसायिक सम्पत्ति के नामांतरण में समय ज्यादा लगता है। कुछ प्रकरण तो एक वर्ष से अधिक समय से लंबित हैं। शनिवार को आयोजित ‘सिंगल टेबल क्लीयरेंड डे’ पर ऐसे प्रकरण सामने आये थे। इसका संज्ञान लेकर उपाध्यक्ष ने नामांतरण की प्रक्रिया का सरलीकरण करते हुए एसओपी जारी की है। नई व्यवस्था के तहत नामांतरण के ऑनलाइन आवेदन प्राप्त होने पर नोडल अधिकारी उसी दिन प्रभारी अधिकारी-सम्पत्ति को कार्यवाही के लिए आगे बढ़ाएंगे।

जो प्रभारी अधिकारी द्वारा परीक्षण के लिए सम्बंधित योजना सहायक को उसी दिन अथवा अगले दिन प्रेषित किया जाएगा। योजना सहायक द्वारा आवेदन प्रपत्र का फाइल से मिलान कराया जाएगा व जरूरत पड़ने पर स्वयं ही स्थल निरीक्षण करके रिपोर्ट फाइल पर अंकित की जाएगी। समस्त कार्यवाही सात दिन के अंदर पूरी की जाएगी। नामांतरण शुल्क अथवा प्रकाशन शुल्क जमा कराने के लिए आवंटी को उसी दिन आॅनलाइन सूचना भेजी जाएगी। निर्धारित समय से ज्यादा दिनतक फाइल रोकने पर सम्बंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

त्रुटि मिलने पर नामांतरण निरस्त करके ब्याज समेत जमा होगा शुल्क

सम्पत्ति अनुभाग द्वारा यूटीआर/आईएमपीएस नम्बर के माध्यम से स्वयं ही धनराशि का सत्यापन किया जाएगा। नामांतरण की कार्यवाही के दौरान फाइल लेखानुभाग को सत्यापन के लिए प्रेषित की जाएगी। इसमें त्रुटि मिलने पर नामांतरण निरस्त करते हुए शुल्क ब्याज सहित जमा कराया जाएगा। साथ ही सर्टिफिकेट जारी होते ही पोर्टल पर सूचना अपडेट की जाएगी।