प्रयागराज: धर्म पर टिप्पणी बर्दाश्त नहीं, अफजाल पर हो सख्त कार्रवाई- महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी

किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने गाजीपुर के सपा सांसद के बयान पर जताया आक्रोश  

प्रयागराज: धर्म पर टिप्पणी बर्दाश्त नहीं, अफजाल पर हो सख्त कार्रवाई- महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी
कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ वार्ता करते महामंडलेश्वर लक्ष्मी नरायन  त्रिपाठी

प्रयागराज, अमृत विचार। माफिया मुख्तार अंसारी के भाई गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी के महाकुंभ और साधु संतों को लेकर दिए गए बयान को लेकर गाजीपुर सदर कोतवाली में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है, लेकिन इसके बावजूद साधु ,संतों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने महाकुंभ में गांजे को बूटी और प्रसाद बताने के अफजाल अंसारी के बयान को आपत्तिजनक करार दिया है। 

उन्होंने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा है कि यह सनातन धर्म और साधु संतों का अपमान है। उन्होंने कहा है कि अफजाल अंसारी ने समाज के ताने-बाने को छिन्न भिन्न करने का काम किया है। अफजाल अंसारी ने ओछी राजनीति की है। उन्होंने कहा है कि हम सनातनी अफजाल अंसारी के खिलाफ बहुत कुछ बोल सकते हैं। लेकिन सनातनी संयमित होते हैं और हमारा धर्म इस तरह का आचरण नहीं सिखाता है कि किसी पर कीचड़ उछाला जाए। 

आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि कानून और अदालत अपना काम करेंगे। लेकिन उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी अफजाल अंसारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि अफजाल अंसारी ही नहीं ऐसे जो भी नेता हैं चाहे वह किसी पार्टी में क्यों न हों सनातन धर्म के खिलाफ बयान बाजी करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इसके पूर्व किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद से मेला कार्यालय में मुलाकात कर दिव्य और भव्य महाकुंभ के साथ स्वच्छ कुंभ कराए जाने का सुझाव दिया है।

उन्होंने महाकुंभ में किन्नर अखाड़े को 2019 के कुंभ की तर्ज पर ही जमीन और सुविधाएं दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि किन्नर अखाड़ा जूना अखाड़े के साथ है। जूना अखाड़े के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरी महाराज के मार्गदर्शन में महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की देवत्व यात्रा निकाली जाएगी। इसके साथ ही विभिन्न स्नानपर्वों पर किन्नर संत अमृत स्नान भी करेंगे। उन्होंने कहा है कि 2019 के कुंभ में जिस तरह से किन्नर अखाड़ा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना था। उसी तरह से 2025 के महाकुंभ में भी बड़ी संख्या में लोग किन्नर अखाड़े के शिविर में आएंगे। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में किन्नर अखाड़े में महिलाएं भी आती हैं। इसलिए महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम और सुरक्षा की भी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए। उन्होंने कहा है कि मौजूदा समय में महिलाओं पर कई तरह से हमले हो रहे हैं। ऐसे में किन्नर अखाड़े के लिए महाकुंभ में नारी सशक्तिकरण एक अहम मुद्दा होगा। किन्नर अखाड़ा महिला सशक्तिकरण के लिए काम भी करेगा।

वहीं महाकुंभ से पहले अखाड़ों की ओर से पेशवाई और शाही स्नान का नाम बदले जाने की उठ रही मांग का भी किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि किन्नर अखाड़े ने पहले ही पेशवाई को देवत्व यात्रा और शाही स्नान को अमृत स्नान कहा है। उन्होंने कहा है कि वास्तव में यह हमारी विचारधारा की जीत है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में वेद और पुराण हैं। हमारे धर्म ग्रंथो में  बहुत बड़ा शब्दकोश है। इसलिए अखाड़े की मांग सही है और पेशवाई और शाही स्नान का नाम बदले जाने का सही समय आ गया है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सनातनी अपने वजूद से पहचाने जाएं और सच्चाई को समाज के सामने रखें। 

हरियाणा और जम्मू कश्मीर चुनाव में धुआंधार चुनाव प्रचार कर रहे सीएम योगी के पीओके पर दिए गए बयान का भी किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर ने समर्थन किया है। ‌उन्होंने कहा कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है और वह पूरी तरह से भारत में ही शामिल होना ही चाहिए। उन्होंने कहा है कि अगर ऐसा जल्द हो जाए तो शारदा पीठ के भी दर्शन मुझे भी करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा है कि पीओके अगर भारत में शामिल हो जाता है तो यह देश के लिए सबसे 
अच्छी बात होगी।

वहीं वक्फ कानून में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे संशोधन का भी किन्नर अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को समान अधिकार मिलने चाहिए। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के लिए देश में कोई वक्फ बोर्ड जैसी संस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि हर जाति धर्म में बहुत सारे गरीब लोग हैं और सबके लिए समानता का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कि वक्फ बोर्ड का गठन जिन उद्देश्यों के लिए किया गया था वह उनसे पूरी तरह से हट चुका है। वक्फ बोर्ड में जमीनों को हथियाने और खरीद फरोख्त का गोरख धंधा बन गया था। वक्फ की संपत्तियों को एक खास तबके का कब्जा हो गया था। उन्होंने कहा है कि अगर वक्फ कानून में संशोधन लागू हो जाता है तो निश्चित तौर पर मुस्लिम समाज में भी एक क्रांतिकारी परिवर्तन भी आएगा।

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