बाराबंकी: गड्ढायुक्त शहर में जलभराव, फसल बर्बादी से दोहरा हुआ किसान

24 घंटे में हुई 23 मिलीमीटर बारिश, आगे भी आसार

बाराबंकी: गड्ढायुक्त शहर में जलभराव, फसल बर्बादी से दोहरा हुआ किसान

बाराबंकी, अमृत विचार। अचानक बिगड़े मौसम के साथ हुई बारिश और तेज पछुआ हवाओं का असर गहरा गया है। शहरवासी जलभराव की समस्या से जूझे, सड़कें व गलियां बारिश की मार न सहकर गड्ढायुक्त हो गईं। खून पसीना एक कर किसानों की मेहनत का परिणाम धान की फसल तेज हवा से खेतों में लेट गई, जिसके तबाह होने के आसार बलवती हो गए हैं। बारिश और हुई तो रही सही कसर पूरी हो जाएगी। उधर रामनगर क्षेत्र में छप्पर दीवार सहित गिर गया, जिससे नीचे दबकर एक गाय व बछिया की मौत हो गई। अब किसानों को मुआवजा दिए जाने और राजस्व की वसूली रोके जाने की मांग उठने लगी है।  

बीते 24 घंटों में बाराबंकी जिले में 24 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। वहीं बारिश के लिए बदनाम सितंबर माह ने चालू वर्ष में जमुरिया नाला किनारे वालों को बख्श दिया पर मानसून के बाद लोकल डिस्टर्बेंस के चलते हाे रही बारिश का कहर पहले जैसा ही है। गुरुवार की शाम से बदले मौसम ने शहरवासियों को उमस से खासी राहत दी, वहीं पारा लुढ़कने से लोगों को एकबारगी सर्दी का एहसास हुआ। 

बारिश का दूसरा पहलू परेशान करने वाला रहा। साफ सफाई के अभाव में बारिश के बाद नाले नालियां उफना गईं और उनका गंदा पानी मार्गाें पर बहता नजर आया। शहर की सड़कें पहले ही खस्ताहाल थीं, बारिश के बाद इन पर बने गड्ढों में जलभराव हो गया, यहां तक कि सड़क पार करने का रास्ता भी नहीं बचा। मजबूर होकर लोग इसी पानी के बीच से होकर गुजरते रहे। बंकी रेलवे क्रासिंग के पर भीषण जलभराव के चलते लोग परेशान होते दिखे। तो लखपेड़ाबाग से सटे जलालपुर मोहल्ले के सरकारी स्कूल परिसर में जलभऱाव की समस्या से बच्चे और शिक्षक परेशान हुए। 

उधर बारिश व तेज हवाओं का सबसे बड़ा असर किसानों की मेहनत पर पानी फिरने के रूप में सामने आया है। जिले भर में हुई बारिश व तेज हवाओं ने तैयार धान की फसल को खेत में ही गिरा दिया। फसल गिरने से बाली के सड़ने का खतरा बढ़ गया है। अगेती फसल खराब होने की आशंका से किसान दोहरे हुए जा रहे। उनके माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। दूसरी फसलों की तैयारी का इंतजार कर रहे किसान इस भावी नुकसान से उबरने का रास्ता नहीं तलाश पा रहे। खासकर जिन किसानों ने किसी तरह इंतजाम कर फसल तैयार की, उनके सामने समस्या गहरा गई है। 

छप्पर गिरने से दो मवेशियों की मौत
रामनगर थाना अंतर्गत ग्राम गोबरहा निवासी रामफल पुत्र परशुराम की गाय व बछिया शुक्रवार की रात बंगला में बंधी हुई थी। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश व तेज हवाओं के चलते अचानक बंगले की पक्की दीवार छप्पर समेत भरभराकर गिर गई। जिसके चलते मलबे में दबकर दोनों जानवरों की मौत हो गयी। इसकी जानकारी परिजनों को होते ही मौके पर पहुंच कर मलबे को हटाया और दोनों मृत जानवरों को बाहर निकाला। घटना की जानकारी हल्का लेखपाल को दी गई है। दो मवेशियों की मौत के बाद से पशुपालक पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। 

भाकियू की मांग, किसान को मिले मुआवजा 
भारतीय किसान यूनियन के ज़िला अध्यक्ष राम बरन वर्मा ने शनिवार को उप निदेशक कृषि को मांग पत्र सौंपा। बताया कि धान की फसल पूरी तरह तैयार है किंतु बरसात और तेज हवाओं के चलने से फसल खेतों में गिर गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों ने कर्ज लेकर खाद, बीज का इंतजाम कर सिंचाई करवाई थी किन्तु इस बरसात ने भारी नुकसान पहुंचाया है। प्रत्येक किसान के नुकसान का आंकलन करवाकर 15 दिन मे मुआवजा दिया जाय नहीं आंदोलन किया जाएगा। युवा मंडल अध्यक्ष कपिल वर्मा ने कहा कि बरसात से प्रभावित किसानों से केसीसी, कृषि लोन, बैंक लोन विद्युत बकाया आदि की वसूली न की जाये। इस अवसर पर मुख्य रूप से जिला महामंत्री चौधरी कमालुद्दीन, जिला उपाध्यक्ष राज कुमार गुप्ता, मसौली ब्लाक अध्यक्ष अंकित वर्मा, तहसील सदर प्रभारी मोहम्मद इस्माईल, विजय कुमार वर्मा, संदीप वर्मा उपाध्यक्ष वसी अंसारी, इलियास अहमद,मोहम्मद अकील अंसारी, विनोद बाथम, मो जुनैद, धीरज कुमार, मुन्ना आदि उपस्थित रहे।

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