ज्ञानवापी और मथुरा को खुद सौंप दे मुस्लिम : केके मोहम्मद 

साकेत महाविद्यालय में बोले केके मोहम्मद , मुसलमानों ने बहुत सारे मंदिर तोड़े

ज्ञानवापी और मथुरा को खुद सौंप दे मुस्लिम : केके मोहम्मद 

अयोध्या, अमृत विचार। साकेत महाविद्यालय में भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित संगोष्ठी में पहुंचे प्रसिद्ध आर्कियोलॉजिस्ट केके मोहम्मद ने कहा कि राम मंदिर के हक में सुप्रीम कोर्ट से जो फैसला आया है उसके पीछे खोदाई में मिले प्राचीन अवशेष ही थे। उन्होंने कहा कि विवादित ढांचा की खोदाई में जो सबूत मिले थे कोर्ट ने उन्हें आधार माना था। मुसलमान इस देश में आए तो उन्होंने बहुत सारे मंदिर तोड़े। बहुत कुछ गलत हुआ है। कुछ चीजों का रखरखाव हमें करना चाहिए। ज्ञानवापी व मथुरा को मुसलमानों को खुद ही हिंदुओं को सौंप देना चाहिए। विवाद आगे न बढ़ाकर हिंदुओं को भी यही रुक जाना चाहिए। केके मोहम्मद ने ही अयोध्या में जन्मभूमि स्थल पर मिले साक्ष्यों को एकत्र कर साक्ष्य दिया था। 

वहीं बतौर अतिथि संगोष्ठी को संबोधित करते हुए संघ के सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने कहा कि पश्चिमी इतिहास केवल 6000 वर्ष में ही स्थिर हो गया, जबकि भारतीय इतिहास कई लाख वर्ष पुराना माना जाता है। भारत की मौलिक दृष्टि है कि जो बीत गया उसे भूल जाओ। हमने सारे इतिहास को एक रस में देखा। हमारे इतिहासकारों को शोध करना होगा। इतिहास पढ़ना है तो केवल राजाओं की कहानी ही पर्याप्त नहीं है। इस दौरान प्रो हरी नारायण दुबे, आई सी एच आर से प्रो. सुस्मिता पाण्डेय, इग्नू से डॉ. हर्षवर्धन सिंह, प्रो. ईश्वर शरण विश्वकर्मा, डॉ. प्रज्ञा मिश्रा आदि मौजूद रहे।

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