पीलीभीत: 10.50 लाख रुपये बस से गायब बताए, फिर साक्ष्य नहीं दे पाया व्यापारी, थाने में हुए सवाल तो कर लिया समझौता, जानिए पूरा मामला
पीलीभीत, अमृत विचार। रोडवेज बस से दिल्ली भेजे गए साढ़े दस लाख रुपये गायब होने के मामले में नया मोड़ आया है। तहरीर देकर रोडवेज कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग करने वाला व्यापारी पुलिस को कोई साक्ष्य नहीं दे सका। इसके बाद सुलह कर मामले को रफा दफा कर दिया है। पुलिस ने इसके बाद राहत महसूस की है। फिलहाल घटना का रहस्य बरकरार रह गया।
शहर के मोहल्ला शेर मोहम्मद के रहने वाले मोबाइल विक्रेता मुल्तकिम ने बीते दिनों सुनगढ़ी थाने में तहरीर देकर बताया था कि करीब 20 दिन पहले उसने पीलीभीत डिपो से दिल्ली जाने वाली एक बस में पार्सल रखवाया था। जिसमें साढ़े दस लाख रुपये रखे हुए थे। मगर, पार्सल दिल्ली पहुंचा ही नहीं। व्यापारी ने रोडवेज बस के परिचालक और चालक पर रुपये हड़पने का आरोप लगाया था।
हालांकि पुलिस शुरुआत से मामले को संदिग्ध मान रही थी। व्यापारी रुपये से जुड़ा कोई साक्ष्य भी पुलिस को नहीं दे पा रहा था। इंस्पेक्टर सुनगढ़ी पवन कुमार पांडेय ने बताया कि व्यापारी रुपये से जुड़ा कोई साक्ष्य नहीं दे सका। बाद में कार्रवाई न करने की बात कहते हुए स्वयं ही समझौता लिखित में दे गया है।