कासगंज: गांव पैसोई में पहले तो सहम कर छुपी थी पुलिस, फिर गिरफ्तार किए 12 आरोपी, जानिए पूरा मामला

कासगंज: गांव पैसोई में पहले तो सहम कर छुपी थी पुलिस, फिर गिरफ्तार किए 12 आरोपी, जानिए पूरा मामला

सोरोंजी, अमृत विचार। कोतवाली क्षेत्र के गांव पैसोई में सोमवार की शाम राशन डीलर के चुनाव को लेकर विवाद और हंगामा हुआ। पूर्व और वर्तमान प्रधान के समर्थक आमने सामने आ गए। दोनों ओर से पुलिस के सामने जमकर पथराव हुआ। राजस्व विभाग की टीम और पुलिस को छिपकर अपनी जान बचानी पड़ी। 

हालांकि बाद में ताबड़तोड़ दबिश देकर पुलिस ने 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हंगामा करने के अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है और गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है। 

राशन डीलर के चुनाव के दौरान ग्रामीणों को बुलाया गया। दोनों ओर से समर्थकों का पक्ष जाना गया। वहां एक ग्रामीण का आधार फाड़कर फेंकने देने के मामले में गांव के पंचायत भवन में विवाद हो गया। पूर्व प्रधान एवं वर्तमान प्रधान के समर्थक आमने सामने आ गए। देखते ही देखते पुलिस और पीएसी बल के सामने पथराव होने लगा। जिसमें कई लोगों के चोटें आयी। 

मामले की संवेदशनीलता को देखते हुए अधिकारियों ने राशन डीलर का चुनाव निरस्त कर दिया। फिर राशन डीलर के लिए चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी नीरेश और प्रियंका यादव के समर्थकों की तलाश शुरू की गई। पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। जहां न्यायायल की ओर से अग्रिम विधिक कार्यवाही कर दी गई। 

गांव में दहशत का माहौल

दूसरे दिन मंगलवार को गांव में दहशत का माहौल बना रहा। पुलिस और पीएसी बल ऐहतियात के तौर पर तैनात किया गया। पुलिस के अधिकारी पल पल की जानकारी लेते रहे। 

यह हुए गिरफ्तार 

पूर्व प्रधान के समर्थक राजेश, लालू, भूरे, वीरेश, अजीत और घनश्याम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं दूसरे पक्ष से वर्तमान प्रधान के समर्थक राजकुमार, दिनेश, जगदीश, शैलेंद्र, लोकेश और रघुनंदन को गिरफ्तार किया गया है। 

गांव मे पैसोई में राशन डीलर के चुनाव को लेकर दो पक्ष आमने सामने आए। पथराव हुआ। पुलिस को छिपकर अपनी जान बचानी पड़ी। अब आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। गांव में पुलिस बल तैनात है। - राजेश भारती, एएसपी

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