ब्रेकडाउन होने से 15 घंटे बाधित रही बिजली, अंधेरे में रहे 8 हजार उपभोक्ता
उपभोक्ताओं ने बिजली कर्मियों पर लगाया जानबूझकर साजिश रचने का आरोप
गोंडा, अमृत विचार: लाइन ब्रेक डाउन होने के बाद 15 घंटे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही। जिससे 50 से अधिक गांवों के 8 हजार उपभोक्ताओं को भीषण गर्मी में परेशानी का सामना करना पड़ा। रात में विद्युत कर्मियों ने लाइन ब्रेक डाउन का फॉल्ट ढूढ़ने का प्रयास। देर रात 2:30 बजे तक फाल्ट का पता नहीं चल सका। फलस्वरूप विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
खरगूपुर विद्युत उपकेंद्र अंतर्गत विशुनापुर, साउथ, देवतहा व आईपीडीएस टाउन सहित चार फीडर है।जिसमें विशुनापुर फीडर से जुड़े 50 से अधिक गाँवों में आठ हजार उपभोक्ता हैं। सोमवार की शाम 5:35 बजे अचानक फीडर ब्रेक डाउन हो गया।उपभोक्ताओं का कहना है कि जानबूझकर ब्रेक डाउन कर विशुनापुर फीडर की आपूर्ति बाधित की जा रही है।
अधिकांश संविदा कर्मचारी चाहते हैं कि विशुनापुर फीडर की लाइन सुचारु रूप से न चल सके। इसलिए साजिश कर लाइन ब्रेक डाउन कर रहे है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व विशुनापुर फीडर ब्रेक डाउन होने पर उपभोक्ताओं व विद्युत कर्मी के बीच हुए विवाद में तीन लोगों के विरुद्ध संविदा कर्मचारी ने एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। विद्युत उपकेंद्र खरगूपुर के अवर अभियंता लक्ष्मी नारायन यादव ने बताया कि विशुनापुर फीडर की लाइन ब्रेक डाउन होने के वजह की जानकारी की जा रही है।