जलस्तर घटा, कटान ने बढ़ाई मुश्किलें, मवेशियों के चारे पर संकट

गांवों में भरे पानी से गंदगी व संक्रमण रोग फैलने की आशंका, रामनगर क्षेत्र में अभी भी खतरे के निशान से 53 सेमी. ऊपर जलस्तर

जलस्तर घटा, कटान ने बढ़ाई मुश्किलें, मवेशियों के चारे पर संकट

बाराबंकी: अमृत विचार । तराई वासियों के दिलों में दहशत फैलाने के बाद सरयू नदी के तेवर ढीले तो पड़ रहे पर प्रभावित गांवों और तटबंध पर रह रहे पीड़ितों की समस्याएं जस की तस हैं। घर लौट नहीं सकते और मवेशी का चारा जुटाना दूभर हो गया है। जलस्तर भले ही 53 सेमी पर आकर रुक गया हो पर गांवों में दूर तक फैले बाढ़ के पानी ने गंदगी और संक्रामक रोगों को न्यौता दे दिया है। जैसे तैसे ग्रामीण दिन रात गुजार रहे, वहीं आज भी पीड़ित परिवारों में खान पान की सामग्री का वितरण किया गया। 

रामनगर तहसील के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र हेतमापुर में करीब एक दर्जन से अधिक गांव छह दिनों से बाढ़ की चपेट में थे। जलस्तर बढ़ने के बाद उफनाई सरयू का पानी गांवों में भर गया था। ऐसे में लहलहा रहीं फसलें जलमग्न हो गई। वहीं लोग छत व छप्परों पर रहने को मजबूर थे। ऐसे में तराई के लोगों को गांव से बांध तक का सफर पानी के बीच होकर तय करने में काफी दिक्कतें हो रही थीं क्योंकि गांवों में भरे पानी में नाव चल पाना बहुत कठिन था। सोमवार से जलस्तर में हुई गिरावट से अब गांवों से पानी हटने लगा है लेकिन पानी हटने के बाद कीचड़ फैल गया है। नदी से दूरी पर बसे ग्रामीण अपने घरों की साफ-सफाई में जुट गए हैं।

कटान के चलते बेलहरी के लोग अपने घरों को खाली करने और तोड़ने में लगे है। तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने बाढ़ क्षेत्र का जायजा लिया है। रामनगर क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से तराई क्षेत्र के लोग सहम हुए थे। सोमवार की रात से नदी का जलस्तर धीरे-धीरे घटने लगा। बाढ़ से घिरे गांव के ग्रामीणों की समस्याएं कम नहीं हुई है। निचले स्थान पर बाढ़ का पानी जमा है। जिससे ग्रामीणों को संक्रामक रोगों का डर भी सताने लगा है। जानवरों के चारे के भी लाले पड़े हैं। सरयू नदी का जलस्तर अभी भी 53 सेंटीमीटर ऊपर है।

बाढ़ के पानी से घिरे तपेसिपाह, सिसौंडा, जैन पुरवा, कोरिन पुरवा, मल्लाहन पुरवा निवासी हरिवंश, राम प्रताप, मंशा, पाटन सहित दर्जनों बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि घट रहे नदी का जलस्तर से कटान का खतरा बढ़ गया है। गांव के निचले स्थानों व मार्गो पर पानी भरा हुआ है। जिससे आवागमन की समस्या बनी हुई है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी बाढ़ पीड़ितों से लगातार वार्ता कर हर संभव मदद पहुंचा रहे है। सिरौलीगौसपुर सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से तीसरे दिन भी लगातार ऊपर बह रहा है।

नदी की तलहटी मे अलीनगर रानीमऊ तट बांध के भीतर बसे गांव कहारनपुरवा, पासिन टेपरा, कुर्मिन टेपरा, भौंरीकोल, बघौली, तेलवारी, इटहुवा पूरब, करोनी, सनांवा, सिरौली गुंग, कोठीडीहा, बबुरी कुंडवा, इत्यादि गांवों में बाढ की स्थिति का जायजा लेने उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर प्रीति सिंह तहसीलदार नरसिंह नारायण वर्मा नायब तहसीलदार दिनेश कुमार पाण्डेय अवधेश कुमार विकास मिश्रा, रामकरण अमरेश शुक्ला आदि पंहुचकर बाढ पीड़ित परिवारों को भोजन तथा बच्चों को बिस्किट वितरित किया।

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