अयोध्या: बाढ़ की विभीषिका झेल रही 12 हजार की आबादी, प्रभावितों का पलायन जारी

अभी तक केवल पशुओं के चारे का वितरण

अयोध्या: बाढ़ की विभीषिका झेल रही 12 हजार की आबादी, प्रभावितों का पलायन जारी

पूराबाजार/अयोध्या, अमृत विचार। सरयू नदी का पानी तो थम गया है लेकिन बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां कम नहीं हो रही हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों से अभी भी लोगों का पलायन जारी है। राहत के नाम पर अब तक केवल पशुओं के चारे का वितरण ही किया गया है। करीब 12 हजार की आबादी बाढ़ की विभीषिका झेल रही है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के पिपरी संग्राम, पूरे चेतन, सलेमपुर, उरदहवा, मूडाडीहा माझा, मूडाडीहा बस्ती, बलुइया माझा, सेवरहवा, गिल्ट, मदराही, नयी दुनिया, पनसैवा, धनी का पुरवा, तौलेसर का पुरवा, सीताराम का पुरवा, काजीपुर माझा, पुनवासी का पुरवा, रामपुर पुआरी माझा सहित 18 गांवों के 1413 परिवार और करीब 12000 की आबादी बाढ़ की चपेट में है।

अभी तक बलुइया माझा, रामपुर पुआरी माझा, काजीपुर माझा के बाढ पीड़ितों को राशन सामग्री का किट वितरण नहीं किया गया। जिससे इन गांवों के बाढ़ पीड़ित दाने-दाने को मोहताज है।बलुइया माझा के रामसागर, वंशीराम, भल्लर, केशवराम ,राम जी, लाल जी, राजेश, राम प्रकाश, कन्धई बताते हैं कि तीसरी बार बाढ़ आई है लेकिन अभी तक राशन किट नहीं मिली। बाढ़ के पानी से घर में रखा घर गृहस्थी का सारा सामान सड़ गया।

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रामपुर पुआरी माझा के प्रधान रमेश निषाद ने बताया कि सिर्फ भूसा का वितरण हुआ है। राशन सामग्री का किट अभी तक वितरण नहीं हुआ। काजीपुर माझा के प्रधान धर्मेंद्र राजभर ने बताया कि बाढ़ का घरों में घुस गया है। इस बाबत मड़ना मांझा केलेपाल रामपाल ने बताया कि जल्द ही राशन के किट का वितरण होगा।

कम नहीं हुई बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां

सोहावल: सरयू की चपेट में आए बाढ़ पीड़ितों की दुश्वारियां कम नहीं हुई। अभी भी पीड़ित परिवार अपने लिए सुरक्षित शरणास्थली तलाशने में लगे हुए है। रौनाही बांध रामनगर धौराहरा से लेकर मंझा कला के बीच कलाफरपुर सनाहा धन्नीपुर रौनाही, मंगलसी, इब्राहिमपुर देवली आदि में ग्रामीणों की तराई में खड़ी सैकड़ो एकड़ फसल जल मग्न हो गई है।

ढेमवा पुल से लगे पांच गांव ब्योंदा, साखीपुर, बहादुर पुर, राजाराम पुरवा आदि के बाशिंदों का पलायन रौनाही की ओर जारी है। ग्रामीण पशुओं और कमजोर लोगों को बाहर लाकर सुरक्षित करने में जुटे है। सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे की बताई जा रही है।

ब्योंदा निवासी राम जग यादव संत राम, सुखी यादव, अंगनू यादव बताते है हमारे गांव गोंडा के है। नवाबगंज रोड नदी में बह जाने से इस जिले का प्रशासन यहां अब तक झांकने तक नहीं आया है जबकि अयोध्या प्रशासन गैर जनपद का कहकर टाल देता है। पशुओं को एक किलो भूसा तक की व्यवस्था अब तक नही हुई है।

मांझा कला में राहत कैंप चल रहा है हर चिन्हित स्थान पर निगरानी और राहत कार्य चल रहा है। नाव भी उपलब्ध करा दी गई है। सतर्कता के साथ शासन के निर्देशों का पालन हो रहा है... अशोक कुमार सैनी, उपजिला अधिकारी सोहावल।

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