बरेली: पुराना शहर में नए रास्ते से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकालने पर दी पलायन की चेतावनी

बुखारपुरा के रहने वाले लोगों ने थाना बारादरी जाकर किया नए रूट का विरोध

बरेली: पुराना शहर में नए रास्ते से जुलूस-ए-मोहम्मदी निकालने पर दी पलायन की चेतावनी

बरेली, अमृत विचार। पुराना शहर से ईद मिलादुन्नबी के मौके पर निकलने वाले जुलूस-ए-मोहम्मदी को लेकर अब हिंदू पक्ष के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है, जुलूस को नई परंपरा बताकर बुखारपुरा के लोग इसका विरोध कर रहे हैं, स्थानीय लोग रविवार को थाना बारादरी पहुंचे और नई परंपरा डालने की बात कहकर पलायन तक की चेतावनी दे डाली।

बारादरी थाने पहुंचे बुखारपुरा के रहने वाले गुड्डू ने बताया कि नई परंपरा डालने का प्रयास किया जा रहा है, आज से पहले कभी इससे पहले जुलूस यहां से नहीं निकला था। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन जुलूस निकलने देने का दबाव बना रहा है, लिहाजा मजबूर होकर पलायन करने को मजबूर होंगे। वहीं विपिन कुमार ने बताया कि वह बुखारपुरा के रहने वाले हैं। पुलिस ने बिना सूचना दिए जुलूस का मार्ग तय कर दिया, हमारी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। अमित कुमार ने बताया कि आज से पहले कभी जुलूस नहीं निकला, जुलूस निकालने को हमारी आपत्ति है। अगर इस रास्ते से जुलूस निकला तो हम पलायन को मजबूर होंगे। उधर हिंदू पक्ष के विरोध के बाद पुलिस भी कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। आईएमसी नेता डॉ. नफीस ने बताया कि हमे नए रास्ते की अनुमति मिल गई है, अगर कोई विरोध कर रहा है तो जुलूस निकलवाना पुलिस का काम है। अयोजकों को नया रास्ता देने की बात पर बारादरी थाना प्रभारी अमित पाण्डेय ने बताया कि रास्ते को लेकर अंतिम निर्णय दोनों पक्षों के साथ बातचीत के बाद ही लिया जाएगा।

इसलिए दिया गया जुलूस को नया रास्ता
आयोजक कमेटी इत्तेहादुल मुस्लेमीन के सचिव अंजुम शमीम ने बताया कि जगतपुर चौराहा होते हुए भाड़ो वाली गली है ये करीब 22 अंजुमनों का परंपरागत रास्ता है, पिछले साल इस रास्ते पर कुछ लोगों ने विरोध किया था। लिहाजा इस साल भी विरोध की आशंका को देखते हुए पुलिस की तरफ से रास्ता बदलने को कहा जा रहा है। देर रात तक चली बातचीत के बाद रविवार तड़के चार बजे नया रास्ता जगतपुर से ढलाव होते हुए शादी महल, शादी महल से पानी की टंकी होते हुए मीरा की पैठ चौराहा का रास्ता दिया गया है।

बीते साल विवाद के बाद दर्ज कराई गई थी रिपोर्ट
जगतपुर और मीरा की पैठ के बीच पिछले वर्ष एक समुदाय के लोगों ने आठ अंजुमन रोक दी थीं। इसको लेकर विवाद की स्थिति बन गई थी। मामला तूल पकड़ता, इससे पहले पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझाकर मामला शांत कर दिया। वहीं जगतपुर चौकी इंचार्ज ने इस प्रकरण में कुछ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। पिछले वर्ष की तरह अंजुमन के जुलुस में किसी तरह का व्यवधान न पड़े इसको लेकर दूसरे समुदाय के लोग सतर्क हैं। 

सुब्हानी मियां के हवाले से मैसेज किया वायरल
उधर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर दरगाह आला हजरत प्रमुख सुब्हानी मियां के हवाले से एक संदेश फैलाना शुरू कर दिया। जिसमें कहा गया कि "परंपरागत मार्ग न दिए जाने पर दरगाह आला हजरत प्रमुख सुब्हानी मियां ने साफ तौर पर कह दिया की अगर हमें हमारा सालों पुराना परंपरागत मार्ग नहीं दिया गया तो हम इस बार जुलूस नहीं उठाएंगे, अगर प्रशासन हमें पुराना शहर में परंपरागत मार्ग मिला तो पुराना शहर और नए शहर दोनों जगह जुलूस नहीं उठाएंगे।" हालांकि सुब्हानी मियां के हवाले से फैलाए जा रहे इस संदेश पर दरगाह से जुड़े नासिर कुरैशी ने बताया कि इस संबंध में वह कुछ स्पष्ट नहीं कह सकते उनकी सुब्हानी मियां से बात नहीं हुई है।

 

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