मुरादाबाद : नई बस्ती सहसपुर और सादिकपुर में बच्चों का टीकाकरण बना चुनौती, जानिए वजह
चिकित्सा अधीक्षक का दावा- डिप्थीरिया से बच्ची की मौत के बाद भी ग्रामीण टीकाकरण को तैयार नहीं
मुरादाबाद, अमृत विचार। सादिकपुर में पिछले दिनों डिप्थीरिया से 8 साल की बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद भी यहां के ग्रामीण बच्चों को टीकाकरण नहीं करा रहे हैं। ये कहना है बिलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश चंद्रा का। चिकित्सा अधीक्षक का कहना है कि सादिकपुर और नई बस्ती सहसपुर गांवों में जो बच्चे टीकाकरण से छूटे हैं, उनका सर्वे कराया है। टीकाकरण से वंचित बच्चों की संख्या काफी अधिक है। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव में कैंप कर रही हैं, लेकिन परिवार के लोग अपने बच्चों को टीका ही नहीं लगवा रहे हैं।
सादिकपुर में जिस घर में डिप्थीरिया से बच्ची की मौत हुई है, उसके बगल के घर के लोग भी अपने बच्चों को टीका नहीं लगवा रहे हैं। फिलहाल, गांव में टीकाकरण और लोगों की स्थिति के संबंध में सीएमओ को पत्र लिख रहे हैं। चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि अब यहां नई बस्ती सहसपुर और सादिकपुर गांवों में उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप से बच्चों का टीकाकरण संभव हो पाएगा। उन्होंने बताया कि शनिवार को वह नई बस्ती सहसपुर गए थे, जहां टीका करने के लिए एक परिवार में आग्रह किया तो कह दिया गया कि उनका बच्चा स्कूल गया है।
अधीक्षक ने बताया कि एक बच्चा उनके सामने ही घर से निकलकर स्कूल जा रहा था तो उन्होंने उसका टीकाकरण कराने का प्रयास किया तो उस बच्चे के परिवार वालों ने टीकाकरण का विरोध कर कहा कि अभी नहीं लगवाएंगे, बेटे की परीक्षा है। उधर, नई बस्ती सहसपुर में हेल्थ कैंप लगाया गया। इसमें चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हरीश चंद्रा, डॉ. श्वेतांबर त्यागी और डॉ. सुशील कुमार ने 36 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाइयां दीं। सादिकपुर में भी हेल्थ कैंप लगा। इसमें डॉ. दुर्गेश प्रसाद एवं अन्य स्टाफ ने 57 मरीज का स्वास्थ्य परीक्षण किया। कैंप के साथ ही नई बस्ती सहसपुर में टीकाकरण सत्र लगा। 17 बच्चों के टीके लग गए हैं। सादिकपुर कलीजपुर में टीकाकरण सत्र में 12 बच्चों के टीके लगाए हैं।
सहसपुर में 33, सादिकपुर में 13 बच्चों के नहीं लगे टीके
चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि नई बस्ती सहसपुर एवं सादिकपुर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने नई बस्ती सहसपुर में 360 घरों का सर्वे किया है। सर्वे में पाया गया है कि टीकाकरण से 91 बच्चे छूटे थे। हालांकि इन बच्चों में से टीम के सदस्यों ने 41 बच्चों का टीकाकरण कर भी दिया है। लेकिन, फिर भी 33 बच्चे टीका से वंचित रह गए हैं, इनके परिवार वाले टीकाकरण का विरोध कर रहे हैं। इसी तरह टीमों ने सादिकपुर में 380 घरों का सर्वे किया है। इसमें टीकाकरण से 124 बच्चे छूटे मिले थे। इनमें से टीम सदस्यों ने 97 बच्चों को टीकाकरण कर उन्हें प्रतिरक्षित कर लिया है। लेकिन, फिर भी परिवारों के विरोध के चलते 13 बच्चों के टीका नहीं लगाए जा सके हैं।
रविवार को भी गांव में प्रधान के साथ की बैठक
डॉ. हरीश चंद्रा ने बताया कि कई दिनों से सादिकपुर गांव में स्वास्थ्य टीमों की गतिविधियां चल रही हैं। घर-घर जाकर परिवारों से टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके बाद भी गांव वाले बच्चों को टीका लगवाने को तैयार नहीं हो रहे हैं। रविवार को भी सादिकपुर में प्रधान को बुलाकर गणमान्यों के साथ बैठक की है। टीकाकरण में स्वास्थ्य टीमों का सहयोग करने की अपील की गई।
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