मुरादाबाद : डिप्थीरिया से बच्चे की मौत, पीड़ित परिवार के घर पहुंचे डिप्टी सीएमओ

बच्चे में डिप्थीरिया जांच को नाक-गले से लिया गया था सैंपल, नहीं बचा पाया स्वास्थ्य विभाग, बिलारी के सादिकपुर गांव में 13 साल का बच्चा मिला था डिप्थीरिया पॉजिटिव

मुरादाबाद : डिप्थीरिया से बच्चे की मौत, पीड़ित परिवार के घर पहुंचे डिप्टी सीएमओ

मुरादाबाद, अमृत विचार। बिलारी सीएचसी क्षेत्र के एक गांव में डिप्थीरिया रोग से ग्रसित बच्चे की मौत हो गई है। रोगी की खबर मिलते ही गांव में कुछ दिन पहले डिप्टी सीएमओ डॉ. संजीव बेलवाल उसकी जांच के लिए गए भी थे। सैंपल भी लिया गया था लेकिन, स्वास्थ्य विभाग उस पीड़ित बच्चे को नहीं बचा सका है। इसकी मौत 30 अगस्त को हुई थी, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस मामले को दबाए रखा। शनिवार को डिप्टी सीएमओ डॉ.संजीव बेलवाल अपनी टीम के साथ सादिकपुर गांव में मृतक बच्चे के परिवार वालों को सांत्वना देने पहुंचे थे।

यह पूरा मामला रुस्तमनगर सहसपुर गांव का है। डिप्टी सीएमओ ने बताया कि शोकाकुल परिजन से मुलाकात की है। उनके साथ ग्राम प्रधान मुकेश कुमार भी थे। उन्होंने बताया कि शनिवार को शाम छह बजे के दौरान बीपीएम, बीसीपीएम और आईओ सतीश गुप्ता गांव सादिकपुर में प्रधान को साथ लेकर ग्रामीणों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया है। सोमवार को संबंधित ग्रामीणों को टीकाकरण किया जाएगा। 

डिप्टी सीएमओ ने बताया कि बच्चे की मौत डिप्थीरिया के प्रभाव से हुई है। दूसरी तरफ बिलारी सीएचसी अधीक्षक डॉ. हरीश चंद्रा ने बच्चे की मौत डिप्थीरिया से होने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उसके डिप्थीरिया स्पष्ट नहीं था, हां वह संदिग्ध जरूर था। उन्होंने बताया कि उसे जिला अस्पताल में रेफर किया गया था उसके बाद परिजन उसे इलाज के लिए दिल्ली ले गए थे। डॉ. हरीश चंद्रा ने बताया कि संबंधित बच्चे की आयु अभी 13 साल की है। यह बच्चा पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा है। इसके गले में दर्द था। प्रारंभिक जांच में बच्चे के गले में डिप्थीरिया के लक्षण प्रतीत हो रहे थे। गले में सफेद रंग का पैच दिख रहा था।
क्या होता है डिप्थीरिया

चिकित्सा विशेषज्ञ बताते हैं कि डिप्थीरिया एक गंभीर जीवाणु संक्रमण है जो आमतौर पर नाक और गले की श्लेष्म झिल्ली को प्रभावित करता है। इसे गला घोटू भी कह सकते हैं। गले में खराश और स्वर बैठने लगता है। गर्दन में ग्रंथियां सूज जाती हैं। सांस लेने में कठिनाई या तेज सांस लेना भी लक्षण है। डिप्थीरिया हृदय, गुर्दे और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। यह बच्चों के लिए बहुत ही घातक है।

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