मुरादाबाद : जलकल विभाग के कर्मचारी ने फंदे पर झूलकर दी जान, सुसाइड से पहले बहन को किया था कॉल
अयोध्या के गोसाईं गंज का रहने वाला था मृतक
मुरादाबाद, अमृत विचार। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बीएसएनल कालोनी में कर्मचारी ने घर के कमरे में फंदे पर लटक कर जान दे दी। आत्महत्या की सूचना पर पहुंची थाना सिविल लाइंस पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर दरवाजा तोड़कर फंदे पर लटक रहे शव को उतारकर साक्ष्य जुटाए। जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं कर्मचारी ने सुसाइड नोट में अपनी मर्जी से आत्महत्या करने की बात कही है।
थाना सिविल लाइंस क्षेत्र के रामगंगा विहार बीएसएनल कालोनी निवासी अंकित तिवारी (23) जलकल विभाग में संविदा कर्मचारी था। अंकित ने गुरुवार को अपने घर के कमरे में दुपट्टे का फंदा बनाकर उस पर लटक कर अपनी जान दे दी है। सुसाइड करने से पहले मृतक ने जम्मू कश्मीर में रहने वाली अपनी बड़ी बहन शिल्पी को सुसाइड करने की बात कहते हुए मां और सबका ख्याल रखने की बात कही थी। बहन शिल्पी के द्वारा अपनी मां ज्ञान लक्ष्मी और उसके दोस्त सचिन को जानकारी दी। मौके पर पहुंचकर मां और दोस्त के द्वारा देखा गया तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद थाना प्रभारी निरीक्षक मनीष सक्सेना ने दरवाजा तुड़वाकर देखा तो अंकित तिवारी का शव फंदे पर लटका हुआ था, अंकित को देख मां ज्ञान लक्ष्मी की चीख निकल गई। बताया गया कि अंकित तिवारी अपनी मां ज्ञान लक्ष्मी के साथ बीएसएनएल के बने फ्लैट्स में रहा करता था। उसके पिता की कई साल पहले मृत्यु हो जाने के बाद उसकी मां को उनकी जगह नौकरी मिल गई थी। वह कंपनी बाग के पास बीएसएनएल के कार्यालय में तैनात हैं।
रोज की तरह गुरुवार को भी वह अपने बेटे को घर में छोड़कर ड्यूटी पर चली गई थी। जहां उनकी बेटी शिल्पी ने बेटे के सुसाइड करने की बात बताई थी। मृतक मूलरूप से अयोध्या के गोसाईं गंज का रहने वाला था। अंकित अपने परिवार में सबसे छोटा था। उससे बड़ा एक भाई और बहन है। भाई अंकुर तिवारी है जो कि विवाहित है अपने परिवार के संग अयोध्या में ही रहता है। बहन शिल्पी अपने पति के साथ जम्मू कश्मीर में रहती है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अंकित की मौत से उसकी मां व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
मौके पर छोड़ा सुसाइड नोट, किसी के दबाव में नहीं दे रहा जान
अंकित तिवारी ने मौके पर सुसाइड नोट भी छोड़ा है। अंकित तिवारी ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं अंकित तिवारी पुत्र स्व. श्रीकांत तिवारी अपने होशोहवाश में ये सुसाइड नोट लिख रहा हूं। मैं किसी दबाव के न चलते अपनी मर्जी से आज सुसाइड कर रहा हूं। आज मैं पापा के पास जा रहा हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे मरने के बाद मुझे अयोध्या ले जाया जाए और मेरा अंतिम संस्कार वहीं किया जाए। मैं वहीं रहना चाहता हूं। मेरी मां बहुत प्यारी हैं। मेरे मरने के बाद मेरा सारा सामान उन्हें दिया जाए। भैया, दीदी और मां का ध्यान रखना। आप बहुत अच्छे भैया हो। सुरक्षाकर्मियों को भी देखना चाहिए कि हमेशा लड़के ही गलत नहीं होते। उन्हें गलत बताया जाता है।
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