कासगंज: अधिवक्ता हत्याकांड: थानाध्यक्ष व एसपी को कोर्ट तक ले आई थीं मोहिनी तोमर; दोनों पर कार्रवाई की लगाई थी गुहार
कासगंज, अमृत विचार। हत्या का शिकार हुई महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर जुझारू थीं। इसकी गवाही दस्तावेज दे रहे हैं। जब पीड़िता की आवाज पुलिस के कानों तक नहीं पहुंची तो महिला अधिवक्ता ने पुलिस को ही न्यायालय तक घसीट दिया।
तत्कालीन एसपी और गंजडुंडवारा के थाना प्रभारी को न्यायालय के द्वार तक पहुंचाया। नोटिस जारी कराए। हांलांकि, न्यायालय के निर्णय के बाद मामला निस्तारित हो गया था। इसके अलावा और भी कई मामलों में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर पैरवी कर चुकी थीं, जो काफी चर्चा में रहे हैं।
जिस मामले में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर ने वर्ष 2020 में गंजडुंडवारा के थाना प्रभारी एवं एसपी कासगंज को नोटिस जारी कराया, वह रामवती नाम की महिला से जुड़ा हुआ है। गंजडुंडवारा थाना क्षेत्र की महिला रामवती का आरोप था कि पुलिस उनकी गुहार नहीं सुन रही है। वह अनुसूचित जाति की महिला है।
जिन लोगों ने उसे प्रताड़ित किया है उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले में महिला अधिवक्ता मोहिनी तोमर ने वर्ष 2020 में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अंकुर गर्ग के न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल किया और को न्याय दिलाने की गुहार लगाई। न्यायालय ने केस नंबर 1140/2020 क्रमांक पर वाद की सुनवाई की।
इधर न्यायालय से उस समय गंजडुंडवारा के इंस्पेक्टर और कासगंज जिले के एसपी को नोटिस जारी किया गया। हालांकि, वाद में न्यायालय में कासगंज एसपी और गंजडुंडवारा के इंस्पेक्टर की ओर से अपना पक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसमें बताया गया कि मामला दर्ज हो चुका है। उसके बाद न्यायालय ने एसपी और इंस्पेक्टर के विरुद्ध दर्ज की गई शिकायत को निरस्त कर दिया था।
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