Kanpur में थाने से 11 केस डायरी गायब, 7 दरोगा समेत 9 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज
कानपुर, अमृत विचार। कल्याणपुर थाने से 11 मुकदमों की केस डायरी गायब हो गईं। थाने के हेड मुहर्रिर ने तत्कालीन सात दरोगा, एचसीपी और हेड पेशी के खिलाफ सरकारी कागजों के गबन की धारा में रिपोर्ट दर्ज कराई है। केस डायरी गायब होने का मामला न्यायालय ने संज्ञान लिया था तो डीसीपी पश्चिम ने एसीपी कल्याणपुर से जांच कराई थी। जांच में मामला सही पाया गया।
कल्याणपुर थाने में वर्ष 2008 में तैनात रहे दरोगा रामचंद्र दोहरे को फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमे की जांच दी गई थी। विवेचना पूरी होने के बाद केस डायरी दरोगा को न्यायालय में दाखिल करनी थी, लेकिन 16 साल बाद भी केस डायरी न तो न्यायालय पहुंचीं और न ही थाने में वापस रिसीव कराई गई। कई और केस डायरी भी गायब मिलीं। डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह ने एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडेय से जांच कराई तो मामला सही पाया गया। डीसीपी ने बताया कि यह सभी केस डायरी वर्ष 2008 से 2021 तक दर्ज मुकदमों की हैं।
वर्ष 2010 में चेक बाउंस की जांच उप निरीक्षक देवेन्द्र कुमार ने, वर्ष 2013 में विद्युत मीटर से छेड़छाड़ और फर्जी दस्तावेज के सहारे धोखाधड़ी, अमानत में खयानत, साजिश की जांच उप निरीक्षक नरेन्द्र बहादुर सिंह ने, वर्ष 2014 में हत्या का प्रयास, गालीगलौज, मारपीट, धमकी, सेवन सीएलए की जांच उप निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने की थी लेकिन इनकी केस डायरी गायब हैं।
इसी तरह नाबालिग को भगा ले जाने की जांच उप निरीक्षक प्रेमबाबू गोयल ने, लूट, छेड़खानी, एससीएसटी व आर्म्स एक्ट समेत अन्य मामले की जांच हेड पेशी पुष्पेन्द्र सिंह ने व चोरी के मामले की जांच उप निरीक्षक चन्द्र भान सिंह ने व अमानत में खयानत व धमकी के मामले की जांच उप निरीक्षक इम्तियाज अहमद ने की थी। इन मामलों की केस डायरी भी गायब हैं। इन सभी नौ लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है।
जब केस डायरी कोर्ट में नहीं पहुंची तो मामला संज्ञान में आया। सरकारी केस डायरी का गबन करने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। -राजेश सिंह, डीसीपी पश्चिम