पीलीभीत: ग्राम पंचायत पंडरी में हुआ इतने लाख का फर्जीवाड़ा...दोषियों को कारण बताओ नोटिस जारी

पीलीभीत: ग्राम पंचायत पंडरी में हुआ इतने लाख का फर्जीवाड़ा...दोषियों को कारण बताओ नोटिस जारी

पीलीभीत, अमृत विचार। ग्राम पंचायतों में प्रधान-सचिव गठबंधन विकास कार्य के नाम पर मिले बजट का बंदरबांट करने में जुटा है। चुर्रासकतपुर और परसिया के बाद अब ग्राम पंचायत पंडरी में 1.31 लाख के फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। जांच रिपोर्ट के मुताबिक इस फर्जीवाड़े में ग्राम प्रधान, तत्कालीन सचिव समेत दो सचिव समेत पांच कर्मचारी प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए हैं। 

जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने संबंधित ग्राम प्रधान का जवाब तलब करते हुए 15 दिन में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। वहीं उन्होंने फर्जीवाड़े के दोषी तत्कालीन सचिव, मौजूदा सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक और कंसल्टिंग इंजीनियर का भी जवाब तलब करने के निर्देश दिए हैं।
         
मामला मरौरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत पंडरी का है। गांव निवासी अजय कुमार, शिवलाल, छत्रपाल आदि ने शपथ पत्र देकर ग्राम पंचायत में सरकारी धन को पूरा खर्च न कर गबन किए जाने की शिकायत करते हुए जांच कराने की मांग की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम संजय कुमार सिंह ने दो सदस्यीय जांच कमेटी का गठन करते हुए जांच के आदेश दिए थे। 

जांच कमेटी में शामिल जिला कृषि अधिकारी एवं लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता नागेंद्र कुमार ने गांव पहुंचकर मामले की जांच की। जांच के बाद दो सदस्यीय कमेटी ने 22 जुलाई को जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। जांच रिपोर्ट के अनुसार ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के नाम पर 1,31,015 रुपये का फर्जीवाड़ा होना पाया गया। जिसमें ग्राम प्रधान, सचिव, तत्कालीन सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक एवं कंसल्टिंग इंजीनियर को प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया। 

इधर जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम संजय कुमार सिंह ने ग्राम प्रधान ज्ञानवती का जवाब तलब करते हुए 15 दिन में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए हैं। जारी नोटिस में निर्धारित समय में स्पष्टीकरण न देने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। वहीं उन्होंने उपायुक्त श्रम-रोजगार (मनरेगा) को जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए तत्कालीन सचिव सचिन कुमार, तकनीकी सहायक मोहम्मद अजहर एवं रोजगार सेवक और जिला पंचायत राज अधिकारी को पंचायत सचिव तौलेराम कंसल्टिंग इंजीनियर हिमांशी को दोषी मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।

ग्राम पंचायत में दो सदस्यीय जांच कमेटी द्वारा जांच कराई गई थी। जांच में वित्तीय अनियमितता मिलने पर संबंधित ग्राम प्रधान को स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए अन्य को भी कारण बताओ नोटिस निर्गत करने के निर्देश दिए गए हैं। - संजय कुमार सिंह, डीएम 

यह भी पढ़ें- कन्नौज में 25 साल के युवक ने 90 वर्षीय वृद्धा से किया दुष्कर्म...झाड़ियों में खींचकर घटना को दिया अंजाम

 

ताजा समाचार

Kanpur: केडीए की आधा दर्जन आवासीय योजनाओं में 1.20 अरब के प्लाट खाली; ई-ऑक्शन से भूखंडों को बेचने की तैयारी
आईसीसी के महीने के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए दुनिथ वेलालागे और हर्षिता समरविक्रमा
शाहजहांपुर : कटरा के खिरिया सकटू में एक ही रात में तीन घरों से लाखों की चोरी
Kanpur: महिला ने पति पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप, बोली- एटीएम चुराकर खाते से निकाले दो लाख, रिपोर्ट दर्ज
IND vs BAN : भारतीय टीम ने अभ्यास सत्र में जमकर बहाया पसीना, 19 सितंबर से खेली जाएगी टेस्ट सीरीज
रायबरेली: बच्चे को ऑपरेशन से जन्म देने के बाद मां की मौत, हॉस्पिटल पर लापरवाही का आरोप