Kanpur: पहेली न बन जाए Avanish Dixit और कमलेश से जुड़ी ये चीज...क्या है पुलिस के लिए बड़ी चुनौती? यहां पढ़ें

Kanpur: पहेली न बन जाए Avanish Dixit और कमलेश से जुड़ी ये चीज...क्या है पुलिस के लिए बड़ी चुनौती? यहां पढ़ें

कानपुर, अमृत विचार। सिविल लाइंस में स्थित मैरी एंड मैरीमैन कंपाउंड की 1000 करोड़ की जमीन पर कब्जे के प्रयास के मामले में जेल में प्रेसक्लब का पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित जेल में बंद है। घटना के दौरान अवनीश पर पुलिस ने आरोप लगाया था कि उसने डीवीआर और मोबाइल फोन गायब कर दिया था। इसकी बरामदगी के लिए पुलिस को न्यायालय से 10 दिन का रिमांड मिला था। 

मामले को तकरीबन 40 दिन बीतने वाले हैं, लेकिन पुलिस की टीमें मोबाइल और डीवीआर बरामद नहीं कर सकी हैं। वहीं वसूली, कब्जे और ब्लैकमेलिंग के आरोप में जेल में बंद कमलेश फाइटर ने भी गिरफ्तारी से पहले अपना मोबाइल फोन कहीं छिपा दिया। जिससे यह भी पुलिस के लिए कहीं न कहीं चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। 

हालांकि, पुलिस ने पूछताछ में कई बार मोबाइल के बारे में जानकारी की लेकिन उसने मुंह नहीं खोला। दोनों के मोबाइल फोन में छिपे राज कई नए खुलासे कर सकते हैं। इसके लिए पुलिस मोबाइल की बरामदगी के लिए परिजनों और साथियों से पूछताछ कर रही है। अगर मोबाइल की बरामदगी नहीं हुई तो जल्द सबूत मिटाने के मामले में दोनों पर धारा की बढ़ोतरी की जाएगी। 

28 जुलाई को नजूल की जमीन पर लेखपाल विपिन कुमार और सैमुएल गुरुदेव सिंह ने दो एफआईआर कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी। इस मामले में अवनीश दीक्षित ने अपने साथी हरेंद्र मसीह, जितेश झा, राहुल वर्मा, अब्बास, विक्की चार्ल्स, मोहित बाजपेई, नौरिस एरियल, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, अपर्ण एरियल, संदीप व 20-25 अज्ञात के साथ मिलकर पहले गार्ड संजय को बंधक बनाया था। 

इसके बाद डीवीआर गायब कर गेट पर अपना ताला डाल दिया था। इसके बाद मौके पर दूसरे पक्ष ने जमकर हंगामा काटा था और इसकी शिकायत मिशनरी में कर दी थी। जिसके बाद शासन ने मामले को त्वरित संज्ञान में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी थी। अवनीश दीक्षित को कुछ ही देर बाद क्रिस्टल पार्किंग से गिरफ्तार कर लिया गया था। 

पुलिस के अनुसार कब्जे के समय और गिरफ्तारी के बीच अवनीश ने अपना फोन कहीं छिपा दिया था। मामले में पुलिस ने काफी पूछताछ की लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी। इस पर न्यायालय से 10 दिन की रिमांड पर लिया गया। पुलिस ने घटनास्थल से लेकर कई स्थानों पर पूछताछ की। जिसमें उसने कई राज उगले लेकिन यहां भी मोबाइल बरामद नहीं करा सकी। 

इसी प्रकार कमलेश फाइटर के मोबाइल ऑन करते ही सर्विलांस टीम को लोकेशन बांदा के न्यौरी गांव में मिली। पुलिस की टीमें रवाना हुईं और देर रात उसे दबोच लिया गया। पुलिस के अनुसार गिरफ्तारी से पहले उसने मोबाइल फोन बंद करके कहीं छिपा दिया जिससे काफी पूछताछ करने के बाद भी नहीं बताया। पुलिस के लिए दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन की बरामदगी चुनौती साबित हो रही है। 

कमिश्नरेट के एक अफसर का कहना है, कि यह जानकारी हुई है, कि दोनों के मोबाइल फोन में कई गहरे राज छिपे होंगे। अफसर का कहना था कि अवनीश का फोन गायब कराने में उसकी पत्नी प्रतिमा का भी हाथ हो सकता है, लिहाजा उन पर भी शिकंजा कसा जा सकता है। दोनों के मोबाइल मिलने के बाद ही कई अहम खुलासे होंगे। अफसर ने बताया कि अवनीश और कमलेश की रिमांड लेने के लिए तैयारी की जाएगी।

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