लखीमपुर खीरी: संदिग्ध सफेद पाउडर मामले में चार आरोपी गिरफ्तार
जीएसटी टीम ने माल बिल्टी व वेबिल को बताया फर्जी
लखीमपुर खीरी/पलिया कलां, अमृत विचार। भारत-नेपाल सीमा पर बंशीनगर के पास शनिवार को पकड़े गए संदिग्ध पाउडर से भरी बोरियों के मामले में पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों का चालान भेजा है। पुलिस का कहना है कि बरामद पदार्थ क्या है? इसका पता लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही चल सकेगा। पुलिस हर पहलुओं पर अभी जांच कर रही है।
सीओ यादवेंद्र सिंह ने बताया कि शनिवार को प्रभारी निरीक्षक पलिया मनबोध तिवारी ने चंदन चौकी की तरफ से आ रही डीसीए को बंसीनगर के निकट रोककर तलाशी ली तो उसमें चीन निर्मित सोडा ऐस पाउडर के रैपर लगी बोरियां मिली। पुलिस ने चालक व मुख्य आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपियों की निशानदेही पर चंदन चौकी के गांव मसानखंभ के निकट एक गोदाम में छापा मारकर टीम ने पाउडर से भरी तीन बोरियां और बरामद कीं। चालक के पास जो बिल्टी व वेबिल बना मिला, वह भी इसी गोदाम मालिक का निकला। इस मामले में तीन आरोपी और उनके नेपाली साथी फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने 25 किलोग्राम की कुल 363 संदिग्ध पाउडर भरी बोरियां बरामद की हैं। आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा में रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तार आरोपी चंदनचौकी निवासी मुकेश बंसल, बुद्धापुरवा मजरा रामनगर निवासी विजय कुमार गुप्ता, चंदनचौकी निवासी प्रदीप बंसल और बरेली के थाना सीबीगंज के गावं परसाखेड़ा गोटिया निवासी किशुनपाल का चालान भेजा है। उन्होंने बताया कि जीएसटी टीम ने बोरियों पर अंकित चिपकाए गए मेड इन चीन के सोडा एस पाउडर वाले रैपर को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा कि कोई जरूरी नहीं कि बोरियों पर जो कुछ लिखा हो, वह सही ही हो, क्योंकि रैपर पर अंकित वजन ही गलत है। फिर चाइनीज भाषा में भी कुछ अंकित नहीं है। उसने माल वाहक वाहन के ड्राइवर से प्राप्त वेबिल व बिल्टी को भी फर्जी बताया है।