Kanpur: हजरत मख्दूम शाह की मजार पर लगा अकीदतमंदों का हुजूम, मजार शरीफ पर हाजिरी लगाकर मांगी मन की मुरादें

Kanpur: हजरत मख्दूम शाह की मजार पर लगा अकीदतमंदों का हुजूम, मजार शरीफ पर हाजिरी लगाकर मांगी मन की मुरादें

कानपुर, अमृत विचार। जाजमऊ स्थित हजरत मख्दूम शाह आला की मजार शरीफ पर हाजिरी लगाने के लिए लाखों अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ा है। मन की मुरादें पाने के लिये देश-विदेश से भी लोग जाजमऊ पहुंचे हैं। सोमवार को सुबह 11 बजे कुलशरीफ होगा।   

शाम होते ही मजार शरीफ रंगबिरंगी लाइटों से जगमगा उठा। दरगाह हजरत मख्दूम शाह कमेटी के अध्यक्ष इरशाद आलम और मजार शरीफ के सज्जादानशीन अदनान राफे ने उर्स मुबारक का आगाज किया। मजार शरीफ पर फातिहा पढ़ने वालों एवं हाजिरी लगाने वालों का रातभर तांता लगा रहा। 

इस मौके पर उलेमा ने तकरीर में कहा कि आपसी सौहार्द को नुकसान पहुंचाने वालों को अल्लाह के वलियों से सबक लेना चाहिये जो बिना किसी भेदभाव के उनकी चौखट पर हाजिरी लगाने वालों की झोलियां भरते हैं। उनकी दुआओं से जायरीन के मन की मुरादें भी पूरी होती हैं। रातभर मजार शरीफ पर हाजिरी देने वालों की भीड़ उमड़ी रही। कव्वालों ने मख्दूम शाह आला की शान में कलाम पेश किया। उधर महिलाएं मजार शरीफ की चौखट पर बैठकर ही फातिहा पढ़ती रहीं क्योंकि मजार शरीफ के अंदर महिलाओं के जाने पर रोक है। 

आधी रोटी खायें, बच्चों को तालीम जरूर दिलायें

तालीम वह नायाब चीज है जिसे न तो कोई छीन सकता है और न ही कोई चोरी कर सकता है, लिहाजा चाहे आधी रोटी खायें, अपने बच्चों को तालीम जरूर दिलायें विशेषकर बेटियों को शिक्षा से वंचित नहीं करें।-  इरशाद आलम, अध्यक्ष, हजरत मख्दूम शाह आला दरगाह कमेटी 

पड़ोसी भूखा रहा तो कयामत के रोज पकड़े जाओगे 

बेसहारा, गरीबों, बेवाओं की मदद करने में ज्यादा सवाब है। अगर आपका पड़ोसी भूखा है तो याद रखना, अल्लाह कयामत के रोज ये जरूर पूछेगा कि अपने पड़ोसी को भूखा क्यों सोने दिया। - अदनान राफे, सज्जादानशीन, हजरत मख्दूम शाह आला

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