Kanpur: सेंट्रल पर परीक्षार्थियों का रेला, हर प्लेटफार्म पर उमड़ी भीड़, ट्रेन में सीट कब्जाने को परीक्षार्थियों में हुई जमकर धक्कामुक्की
कानपुर, अमृत विचार। चौथे दिन की सिपाही भर्ती परीक्षा के लिए गुरुवार रात से सेंट्रल स्टेशन पर भीड़ लगनी चालू हो गई थी। शुक्रवार को सेंट्रल सहित अनवरगंज व रावतपुर स्टेशनों पर भी जबरदस्त भीड़ रही।
परीक्षा देकर जाने व पांचवें दिन की परीक्षा के लिए आने वाले अभ्यर्थियों के कारण शुक्रवार को सेंट्रल का हर प्लेटफार्म खचाखच रहा। व्यवस्था संभालने के लिए आरपीएफ, जीआरपी, पीएससी व रेलवे कर्मियों को इधर से उधर भागना पड़ा। ट्रेनों में सवार होने के लिए परीक्षार्थी धक्कामुक्की करते हुए आगे बढ़े।
सेंट्रल स्टेशन पर शुक्रवार को सबसे अधिक भीड़ रही। दोनों पाली व शनिवार की परीक्षा के लिए परीक्षार्थी सेंट्रल परिसर में यहां-वहां बैठे रहे। प्लेटफार्म पर ट्रेन आते ही सीट कब्जाने के लिए खिड़कियों से घुसकर अंदर पहुंचे। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पीएसी व आरपीएफ-जीआरपी ने मोर्चा संभाला।
सिटी साइड से अधिकांश भीड़ आने के कारण गेट पर ही जवान मुस्तैद रहे। स्वचलित सीढ़ी के पास भी सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे। परीक्षार्थियों को रोककर टुकड़ी में आगे जाने दिया गया। ट्रेनों का संचालन भी जवानों की निगरानी में हुआ। डिप्टी सीटीएम आशुतोष सिंह, एसीएम संतोष त्रिपाठी, आरपीए प्रभारी बीपी सिंह हर घंटे भीड़ की रिपोर्ट लेकर स्पेशल ट्रेनों का संचालन कराते रहे।
रावतपुर व अनवरगंज स्टेशन पर भी काफी भीड़ रही। टिकट के लिए परीक्षार्थियों की भीड़ न लगे इसके लिए सिटी व कैंट साइड में सात जनरल टिकट काउंटर के साथ 15 एटीवीएम (आटोमेटिक टिकट बैडिंग मशीन) की व्यवस्था रेलवे प्रशासन ने कराई।
सेंट्रल से 10 व डिवीजन से 24 स्पेशल ट्रेनें चलीं
सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर शुक्रवार को सेंट्रल स्टेशन से झांसी, प्रयागराज, बांदा, लखनऊ, फर्रुखाबाद, मथुरा, टूंडला के लिए दस स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। उसके बाद भी काफी संख्या में परीक्षार्थी सुपरफास्ट व एक्सप्रेस ट्रेनों से रवाना हुए। ज्यातार युवक आरक्षित कोच में भी घुस गए।
उन्हें उतारने के लिए आरपीएफ, जीआरपी, रेलवे स्टाफ और टिकट चेकिंग दल को काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान उनकी अन्य यात्रियों से कहासुनी और धक्का-मुक्की भी हुई। वहीं फर्रुखाबाद, लखनऊ, प्रयागराज व झांसी डिवीजन से करीब 24 स्पेशल ट्रेनें परीक्षार्थियों के लिए चलाई गई।