Kanpur: जेके कैंसर में आईसीयू बंद; गंभीर मरीजों को नहीं मिल रहा इलाज, हैलट या निजी अस्पताल ले जाने की सलाह

Kanpur: जेके कैंसर में आईसीयू बंद; गंभीर मरीजों को नहीं मिल रहा इलाज, हैलट या निजी अस्पताल ले जाने की सलाह

कानपुर, अमृत विचार। जेके कैंसर संस्थान लगातार बदहाली का शिकार है। अस्पताल में सिर्फ ओपीडी का ही संचालन किया जा रहा है,  कैंसर के गंभीर मरीजों के लिए आईसीयू की सुविधा लगभग बंद है। ऐसे मरीजों को हैलट या निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी जा रही है। इसके चलते संस्थान के बाहर दलालों का धंधा फल-फूल रहा है। 
    
रावतपुर स्थित जेके कैंसर संस्थान में सुविधाओं की कमी के कारण ओपीडी में भी रोगियों का आना पहले के मुकाबले काफी कम हो गया है। कभी यहां शहर और प्रदेश के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान व बिहार तक के मरीज कैंसर के इलाज के आते थे। लेकिन बजट के अभाव में अस्पताल बदहाली से जूझ रहा है।  

इमरजेंसी का संचालन तक पूर्ण रूप से नहीं किया जा रहा है। आईसीयू में मरीजों को भर्ती किया जाना लगभग बंद है। अस्पताल का स्टाफ आईसीयू की असुविधाएं तीमारदारों को बताकर मरीजों को हैलट या निजी अस्पताल ले जाने की सलाह देता है। यहां तक कहा जा रहा है कि  संस्थान में आईसीयू की सुविधा नहीं है। 

इसकी शिकायत कुछ मरीजों के तीमारदार निदेशक डॉ.एसएन प्रसाद से कर चुके हैं। निदेशक डॉ.एसएन प्रसाद ने बताया कि संस्थान में जो स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हैं, उनका लाभ कैंसर रोगियों को दिया जा रहा है। संस्थान में आईसीयू है, फिर भी मरीजों को क्यों नहीं भर्ती किया जा रहा है, इस संबंध में संबंधित स्टाफ से पूछताछ की जाएगी।

यह भी पढ़ें- Kanpur: होटल मैनेजर को पुलिस में नौकरी लगवाने का दिया झांसा, ठगे इतने रुपये...आरोपी पर रिपोर्ट दर्ज

 

ताजा समाचार

Kanpur: एपी फैनी कम्पाउंड की जमीन खरीद फरोख्त में पुलिस ने सलीम को उठाया...लेखपाल ने पांच लोगों के खिलाफ दर्ज कराई FIR
कुलदेवता मंदिर पर इस्लामिक झंडा लगाकर फोटो वायरल की
मुरादाबाद: ननदोई ने किया दुष्कर्म तो पति बोला- तलाक, तलाक, तलाक...पीड़िता ने एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार
बरेली: विजय खुद भी कभी नहीं गया क्लास और मिल गई डिग्री, बस यहीं से हुई फर्जीवाड़े की शुरुआत
वन नेशन, वन इलेक्शन प्रस्ताव को मंजूरी देने पर योगी ने जताया आभार
Kanpur: पार्क के कब्जे ढहाने पहुंचा केडीए का दस्ता, बुलडोजर के आगे लेटी महिलाएं...मिन्नतें करते दिखे अधिकारी, बैरंग लौटे