पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की उड़ी अफवाह : फर्जी प्रश्नों को वायरल कर धन उगाही का प्रयास

पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ‌ने मामले को संज्ञान में लेते हुए शरारती तत्वों के खिलाफ हुसैनगंज थाने में दर्ज कराई प्राथमिकी

पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की उड़ी अफवाह : फर्जी प्रश्नों को वायरल कर धन उगाही का प्रयास

अमृत विचार, लखनऊ : यूपी पुलिस के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा को सुकुशल सम्पन्न कराने के लिए डीजीपी प्रशांत कुमार ने एडवाइजरी जारी कर संदिग्धों को चिन्हित करने के लिए मातहतों को निर्देशित किया है। पुलिस की चौकसी और तमाम व्यवस्थाओं के बीच शरातती तत्वों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह उड़ा दी। यही नहीं फर्जी प्रश्नों को वायरल कर धन उगाही की कोशिश की। इन बात की भनक लगते ही उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने फौरन हुसैनगंज कोतवाली में शरातती तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। फिलहाल, पुलिस मामले की गहनता से जांच कर शरातती तत्वों की तलाश में जुटी है।

हुसैनगंज कोतवाली

हुसैनगंज प्रभारी निरीक्षक रामकुमार गुप्ता के मुताबिक, उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के मीडिया सेल प्रभारी निरीक्षक सतेंद्र कुमार की लिखित शिकायत पर शरारती तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। लिखित शिकायत में मीडिया सेल प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आगामी 23, 24, 25 एवं 30, 31 अगस्त को उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ‌की आरक्षी नागरिक पुलिस की पुनर्परीक्षा प्रस्तावित है। परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए सोशल मीडिया पर सर्तकता बरती जा रही है।

उनका आरोप है कि तमाम व्यवस्थाओं के बीच सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शरारती तत्वों ने पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह उड़ा दी, इसके साथ ही टेलीग्राम एप के चैनल के माध्यम पर धन उगाही के मकसद से फर्जी प्रश्नों को वायरल कर दिया और अभ्यार्थियों से रुपये की मांग की। भर्ती बोर्ड मीडिया सेल प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि मामले को संज्ञान में लेते हुए शरातती तत्वों के खिलाफ हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। वहीं, पुलिस का कहना है कि पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा से पूर्व पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों पर पहला एक्शन लिया है। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस के आलाधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं।

पूर्व सपा विधायक को बनाया गया आरोपी

दरअसल, उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने प्रश्नपत्र लीक करने का दावा करने वाले टेलीग्राम चैनल के खिलाफ हुसैनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। सूत्रों की मानें तो, दर्ज की गई प्राथमिकी में सपा के पूर्व विधायक यासर शाह को भी आरोपी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व विधायक ने अपने एक्स हैंडल पर प्रश्नपत्र लीक होने से सम्बन्धित पोस्ट की थी।जिसमें आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए टिप्पणी की गई। इसके अलावा पेपर लीक की अफवाह फैलाने के मामले की जांच की गई तो सात नाम सामने आए। इसमें यूपीआई धारक शोएब नबी सोफी, हरीश कुमार भगत, डीलाइट इंटरप्राइजेज, मानू कुमार श्रीवास्तव, कपिल जंगिड़, सिद्धार्थ कुमार गुप्ता और यासर शाह ने अलग-अलग ग्रुप , खाता और बैंक डिटेल (क्यूआर कोड और यूपीआई) बनाकर आपराधिक तरीके से धन उगाही करने एवं सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। 

पेपर के बदले लोगों से मांग रहे रुपये

बता दें कि पुलिस की सोशल मीडिया एनालिसिट टीम ने टेलीग्राम एप के करीब 11 ऐसे चैनल चिन्हित किए हैं, जोकि पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का दावा कर रहे थे। जालसाज प्रश्नपत्र के बदले लोगों से रुपये मांग रहे थे। फिलहाल, चिन्हित किए गए 11 टेलीग्राम चैनल के खिलाफ भर्ती बोर्ड की तरफ से प्राथमिकी दर्ज की गई है। 

जारी किया वाट्सएप नंबर

हालांकि, पिछले बार प्रश्नपत्र लीक के सामने आए मामले को देखते हुए उप्र पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने इस बार किसी भी प्रकार की अनियमितता पर लगाम कसने व फौरन कार्रवाई के लिए खास इंतजाम किए है। पुलिस भर्ती बोर्ड ने पेपर लीक और नकल माफिया की सूचना देने के लिए WhatsApp Number 9454457951 जारी किया है, जिस पर किसी भी प्रकार की अनियमितता की जानकारी दी जा सकती है।

जालसाजों की सूचना देने वाले को 25 हजार का इनाम 

यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के दावे के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है। पुलिस ने सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी है। साथ ही जालसाजों को पकड़ने के लिए भी पुलिस ने जाल बिछा दिया है। टेलीग्राम समेत विभिन्न चैनलों पर 23 अगस्त को परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले ही पर्चा उपलब्ध कराने का दावा किया गया तो पुलिस ने भी बड़ा ऐलान कर दिया। पुलिस ने बताया कि दलालों के बारे में सही सूचना देने वाले को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा।

झांसे में न आएं अभ्यर्थी

पुलिस अधिकारी के मुताबिक 'दिनांक 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त 2024 को होने वाली पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को सचेत किया जा रहा है। ताकि वह जालसाजों के झांसे में आकर रुपये न दे। ऐसे जालसाजों के बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा और सूचना सही होने पर उसे 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। 

12 अगस्त को आया था पहला मैसेज

टेलीग्राम पर यूपी पुलिस 2024- री-एक्जाम पेपर नाम से एक ग्रुप बना है। इसमें पहला संदेश 12 अगस्त को आया है। जिसमें लिखा था कि टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। पेपर मैं आप लोगों को दूंगा, चाहे जैसे दूं, बस आप अपना प्रवेश पत्र तैयार रखें। साथ ही यह भी लिखा गया है कि पहले आपसे आपके प्रवेश पत्र की कॉपी ली जाएगी, उसके बाद ही आप लोगों को आपके बैच के हिसाब से पेपर का पीडीएफ मिलेगा। इस संदेश के बाद कई अभ्यर्थियों ने इस ग्रुप पर संदेश भेजे हैं, जिनसे रुपये की मांग करते हुए एक लिंक भेजकर प्रवेश पत्र डाउनलोड करने को कहा गया है। अचानक इस ग्रुप को डिलीट कर दिया गया और फिर इसी से मिलते-जुलते नाम का एक दूसरा ग्रुप टेलीग्राम पर दिखने लगा। इसमें पहले संदेश के रूप में लिखा गया कि कुछ लोगों की वजह से पुराना चैनल डिलीट करना पड़ा है, अब इस पर पेपर मिलेगा।

एसटीएफ की दो टीमें भी रख रही नजर 

पुलिस भर्ती बोर्ड अध्यक्ष राजीव कृष्ण ने बताया कि ऐसे कई ग्रुप बने हैं। पता चलते ही एसटीएफ को अलर्ट कर दिया गया है। इसके झांसे में अभ्यर्थी न आएं। ग्रुप बनाने वालों का पता लगाया जा रहा है। उधर, एसटीएफ की दो टीमें भी नजर रखे हुए हैं। डीजीपी ने भी सभी जिलों के पुलिस मुखिया को अलर्ट कर दिया है। अब तक की जांच में यह जालसाजी ही निकली है।

50 लाख अभ्यर्थियों के आधार कार्ड का सत्यापन

आलाधिकारियों की मानें, तो परीक्षा केंद्रों पर करीब 17 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, कंट्रोल रुम से निगरानी रखी जाएगी। अब तक तकरीबन 50 लाख से भी ज्यादा अभ्यार्थियों के आधार कार्ड का सत्यापन कराया जा चुका है। जिसमें करीब 20 हजार संदिग्ध अभ्यर्थी पाए गए है। लगभग तीन लाख अभ्यर्थियों ने अपना आधार कार्ड नहीं लगाया है। शेष अभ्यार्थियों को (सवा लाख अभ्यार्थी) परीक्षा केंद्रों पर पैन कार्ड, डीएल, पासपोर्ट, के साथ परीक्षा के ढ़ाई घंटे पहले पहुंचना होगा। प्रदेश के 67 जिलों में यह परीक्षा 23 से 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त को दो पालियों में सम्पन्न होगी। 

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