लखीमपुर खीरी : भारत बंद का आह्वान बेअसर, सड़कों पर दिखा दलित संगठनों का विरोध

जिला मुख्यालय से लेकर कस्बा और गांवों का खुला रहा बाजार

लखीमपुर खीरी : भारत बंद का आह्वान बेअसर, सड़कों पर दिखा दलित संगठनों का विरोध

लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के विरोध में बसपा सहित अन्य दलित संगठनों ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया, जो जिले में बेअसर दिखा। बसपाईयों ने शांतिपूर्वक पैदल मार्च कर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को निरस्त करने की मांग की। वहीं अन्य दलित संगठनों ने भी क्रीमीलेयर एवं एसटी जातियों के वर्गीकरण के आधार पर आरक्षण के सिद्धांत का विरोध कर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।

बसपा जिलाध्यक्ष मनमोहन मौर्य के नेतृत्व में तमाम बसपाई डीसी रोड स्थित काशीराम कॉलोनी में पार्टी कार्यालय पर इकठ्ठा हुए। इसके बाद बसपाईयों ने सौजन्या तिराहा, गुरूगोविंद सिंह चौक, हीरालाल धर्मशाला के रास्ते सदर चौराहा होकर अंबेडकर पार्क पहुंचे और फिर से वहां से कलेक्ट्रेट पहुंचकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के खिलाफ राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से राज्य सरकारें राजनैतिक फायदे के लिए एससी एवं एसटी वर्ग को आपस में लड़वाने का काम करेगीं। इसलिए संसद का विशेष सत्र बुलवाकर इस आदेश को निष्प्रभावी बनानकर संविधान के अनुच्छेद 341 व 342 में जो भी व्यवस्था है उसे संविधान की नौवीं सूची में शामिल किया जाए, जिससे एससी एवं एसटी के आरक्षण का मामला कोर्ट के हस्तक्षेप से अलग हो जाए। इस दौरान सेक्टर प्रभारी सुशील कुमार मुन्ना, जिला प्रभारी जयवीर सिंह गौतम एवं उमा शंकर गौतम, पूर्व मंत्री माया प्रसाद, धर्मेश्वर दयाल भार्गव, विपिन गौतम, अजय चौधरी, रामकुमार चौधरी, प्रदीप गौतम, हेमराज वर्मा, ओवैश, उमाशंकर मुंशी, पंकज शुक्ला, राधेश्याम कश्यप आदि मौजूद रहे। 

सपा अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हेमंत भार्गव ने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत को निरस्त करने, एससी एवं एसटी आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने, आरक्षण आर्थिक आधार पर न करने, क्रीमीलेयर व्यवस्था लागू न करने, न्यायपालिका में सभी वंचित वर्गों के लिए आरक्षण लागू किया जाए, राज्यसभा और विधान परिषद में भी आरक्षण लागू हो, लेटरल एंट्री समाप्त कर इसमें भी आरक्षण लागू करने की मांग की। ज्ञापन देने के समय जिलाध्यक्ष सपा रामपाल सिंह यादव, अंसार महलूद, धमेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे। भारतीय दलित पैंथर के राष्ट्रीय संयोजक मनोज कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को निरस्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है।

मोहम्मदी में भी खुले रहे बाजार, आरक्षण समर्थकों ने ज्ञापन सौंपा
मोहम्मदी। बसपा और भारत संविधान निर्माता संगठन के माध्यम से आरक्षण के पक्ष में रैली निकालकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार प्रीती सिंह को सौंपा। सुरक्षा व्यवस्था के लिए एएसपी नेपाल सिंह, सीओ अरुण कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक इंद्रजीत सिंह, कस्बा इंचार्ज बाबूराम आदि मौजूद रहे। नगर में भारत बंद का व्यापारियों पर कोई असर नहीं पड़ा, सभी बाजार खुले रहे।

निघासन में चौराहा हुआ जाम, जमकर किया प्रदर्शन
भीम आर्मी व बीएसपी के समर्थकों ने धरना प्रदर्शन किया। निघासन के मुख्य के चौराहे पर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान चौराहे से लेकर सड़क पर तक जाम लग गया। करीब दो घंटे लोग जाम में फंसे रहे। पुलिस ने जाम में फंसे लोगों की मजबूरी को देखते हुए समर्थकों को मनाने में जुटी रही। पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद मुख्य चौराहे से भीम आर्मी व बीएसपी के समर्थक पलिया स्टेट हाइवे से तहसील मुख्यालय तक पहुंचे। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम निघासन राजीव निगम को सौंपा। इस दौरान तहसीलदार भीमचंद, प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह, नायब तहसीलदार दिव्यांशु शाही, बीएसपी सेक्टर अध्यक्ष रमेश कुमार गौतम, प्रदीप गौतम, पतिराम मौर्य, गयाप्रसाद गौतम आदि मौजूद रहे।

बसपाइयों ने मार्च निकाला, ज्ञापन सौंपा
संपूर्णानगर में बसपा कार्यकर्ताओं, दलित व अन्य समुदाय के समर्थकों ने कस्बे में मार्च निकालकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन नायाब  तहसीलदार दिलीप कुमार को सौंपा। इस दौरान बसपा नेता शिवप्रकाश, शैलेश भारती, कुतुबुद्दीन अंसारी, जेटली भारती, हरिश्चंद्र, सतीश चंद्रा, विमल गौतम एडवोकेट, अमरजीत उर्फ मुंसी, ओमकार, अनिरुद्ध भारती, डॉ. दिग्विजय राव आदि मौजूद रहे। वहीं मार्च को लेकर सुबह से ही थानाध्यक्ष निराला तिवारी के नेतृत्व में पुलिस मुस्तैद रही।