Kanpur: अवनीश दीक्षित के सहयोगियों की बढ़ीं मुश्किलें, हिस्ट्रीशीटर मनोज यादव हुआ गिरफ्तार

Kanpur: अवनीश दीक्षित के सहयोगियों की बढ़ीं मुश्किलें, हिस्ट्रीशीटर मनोज यादव हुआ गिरफ्तार

कानपुर, अमृत विचार। नजूल की बेशकीमती करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने के प्रयास में जेल में बंद पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित के साथ उसके सहयोगियों की भी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। 2 अगस्त को शशी सैनी ने बादशाहीनाका थाने में पूर्व प्रेसक्लब के कनिष्ठ उपाध्यक्ष मनोज यादव समेत दो नामजद और चार अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास, बलवा समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई थी। 

जिसके बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह के आदेश पर मनोज यादव उर्फ वसूली बंदर के खिलाफ 25 हजार का ईनाम रख दिया था। जिसके बाद बादशाहीनाका पुलिस ने उसे तमंचा और कारतूस के साथ गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा रिमांड के लिए भेजा जा रहा है।  

कुलीबाजार निवासी शशी सैनी ने पुलिस को बताया था कि पड़ोस में रहने वाला मनोज यादव उर्फ वसूली बंदर प्रेस क्लब में कनिष्ठ उपाध्यक्ष के पद पर रहा है। वह उनके घर आया और दरवाजा खटखटाने लगा। आरोप है, कि उन्होंने जैसे ही दरवाजा खोला तो मनोज यादव उर्फ वसूली बंदर, उसका भाई विनोद यादव और साथी 4 अन्य लोग गालीगलौज करते हुए धक्का देते हुए घर के अंदर घुस आए। 

आरोप है, कि धक्का देने के कारण उनके कमर की हड्डी में चोट आ गई। पीड़िता का आरोप है, कि मनोज यादव धमकी देते हुए बोला कि पूर्व में जो उसके बेटे ने उस पर फीलखाना में मुकदमा दर्ज कराया था उसमें न्यायालय में गवाही जाकर न दे नहीं तो जाने से मार देंगे। आरोप है, कि उसने कहा कि उसके खिलाफ कहीं कोई भी गवाही नहीं देता है। जो देता है, उसे यमलोक पहुंचा देते हैं। 

पीड़िता का आरोप है, कि उसके रोने बिलखने पर आरोपी भाग निकले। पीड़िता का आरोप है, कि 28 दिसंबर 2023 को रात करीब 11:45 पर उनके पति को रास्ते में मनोज यादव के कई साथियों ने पकड़ कर पुलिस के सामने खूब रोड पर जान से मारने की नियत से दौड़ा-दौड़ा कर मारापीटा और मुंह में कट्टा घुसेड़ दिया। पीड़िता के अनुसार इस दौरान बीच बचाव क्षेत्रीय लोगों ने किया। 

आरोप है, कि पुलिस के पास घटना के सीसीटीवी फुटेज भी हैं। पीड़िता के अनुसार उनके पति रोते-रोते घर पहुंचे और आपबीती उन लोगों को बताई। उन लोगों ने मामले में तत्काल बादशाही नाका थाने पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया लेकिन अवनीश दीक्षित के दबाव के कारण उन लोगों को उल्टा धमका कर भगा दिया गया। जिसके बाद पीड़िता ने मामले में प्रार्थना पत्र पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को दिया। 

जिसके बाद बादशाहीनाका इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने मनोज यादव, विनोद यादव और चार अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास, बलवा, मारपीट, गालीगलौज, धमकी, घर में घुसना धारा में एफआईआर दर्ज की थी। इंस्पेक्टर के अनुसार हालसी रोड निवासी 25 हजार के इनामिया मनोज यादव की लगातार तलाश की जा रही थी। जिसके बाद उसे दिल्ली बार्डर से एक 315 बोर तमंचा व कारतूस के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। 

मनोज यादव का आपराधिक इतिहास : 

मु. 34/2024 धारा 147,452,323,504,506,307 बादशाहीनाका 
मु. 87/19 धारा 392/427/452/323/504/506 बादशाहीनाका 
मु. 101/07 धारा 336/427/452/504 बादशाहीनाका 
मु. 4596/08 धारा 147/148/323/504/506/427 छावनी
मु. 121/20 धारा 386/500/507 सचेंडी
मु. 269/20 धारा 147/307/323/504/506 नजीराबाद
मु. 174/07 धारा 394/323/324/506 फीलखाना 
मु. 63/24 धारा 147/323/504/506/385 कोतवाली

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