Kasganj News: झूला तो पड गयो अमुआ की डाल पे...सावन झूलन महोत्सव में महिलाओं ने झूला झूला

सावन के गीत और मल्हार गाकर उठाया आंनद

Kasganj News: झूला तो पड गयो अमुआ की डाल पे...सावन झूलन महोत्सव में महिलाओं ने झूला झूला

कासगंज, अमृत विचार। तीर्थ नगरी में रविवार को सावन झूलन महोत्सव मनाया गया। समाज सेविका के आवास पर हुए कार्यक्रम में महिलाओं ने सावन के गीत और मल्हार गाकर आंनद उठाया। झूला झूलकर एक दूसरे को सावन मास की शुभकामनाएं दी।

झूलन महोत्सव का शुभारंभ समाज सेविका महारानी गुप्ता ने बांके बिहारी को झूला झुलाकर किया। इसके बाद शुरु हुआ सावन के गीतों का सिलसिला। महिलाओं ने झूला तो पड गयो अमुआ की डाल पे, अरी बहना अखियां हैं, प्यासी प्यासी आदि सावन के गीतो को गाकर आंनद उठाया। 

महिलाओं ने झूला झूलकर एक दूसरे को शुभकामनाएं दी। महारानी गुप्ता ने सावन मास में झूले की महत्वता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के दौर में झूला भले ही कम महत्व रखता हो, लेकिन सावन मास में आज भी झूले का विशेष महत्व है।

उन्होंने महिलाओं को सावन मास की शुभकामनाएं दी। कमला मिश्रा, नीला वाष्र्णेय, दीपाली गुप्ता, रीना श्री वास्तव, सविता माहेश्वरी, मिथलेश निर्भय, आशा देवी, शशि रानी, माधुरी शर्मा, बृजेश सक्सेना, मुन्नी माहेश्वरी, अर्चना शुक्ला, बेबी शर्मा मौजूद रही।