Weather Forecast News: जून-जुलाई में औसत से 46 फीसदी कम बरसात...मानसून में मुंह चिढ़ाकर निकल गए बादल, उमस ने किया बेहाल
जिले में ग्रामीण क्षेत्र के मुकाबले शहर में और कम बरसा पानी
कानपुर, अमृत विचार। मानसून के मौसम में बादलों की बेरुखी से इस बार जिले में अब तक औसत से लगभग आधी बारिश ही हुई है। इसके चलते तापमान सामान्य से अधिक चल रहा है और उमस ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है। जून और जुलाई माह में अभी तक 163 मिलीमीटर ही वर्षा हुई है। इसके चलते किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए ट्यूबवेल और नहर के पानी का सहारा लेना पड़ रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार जून माह में औसतन 64.90 मिमी बारिश के सापेक्ष इस बार 30.80 मिमी ही बरसात हुई। इसी तरह जुलाई माह में 236 मिमी बारिश के स्थान पर 132.50 मिमी पानी बरसना दर्ज किया गया है। इस तरह दोनों माह में अब तक औसत से करीब 46 प्रतिशत कम बारिश हुई है। इसमें भी ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्र में बारिश और कम दर्ज की गई है।
मानसून के दो माह की बारिश के आंकड़े से जिले में सूखे के आसार दिख रहे हैं। हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि अभी सूखे जैसी स्थिति नहीं है, क्योंकि तालाब और जलाशय पूरी तरह भरे हैं। नहरों में पानी ठीक से बह रहा है और टेल तक पहुंच रहा है। किसानों को सिंचाई के लिए ट्यूबवेल से भी भरपूर मात्रा में पानी मिल रहा है। इतना जरूर कहा जा सकता है कि बीते दो माह में बारिश कम हुई है, लेकिन अगस्त माह में बारिश की काफी संभावनाएं हैं।
गरज-चमक के साथ आज भारी बारिश के आसार
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय व भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को जिले में भारी बारिश की संभावना जताई है। इस दौरान बादलों की गर्जना के साथ बिजली कड़कने और गिरने की संभावना का अलर्ट जारी किया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से एहतियात के तौर पर मोबाइल में दामिनी एप डाउनलोड करने को कहा है, इससे 20 किमी दायरे में बिजली गिरने का संभावित नोटिफिकेशन 4 घंटे पहले मिल जाएगा। आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सदर तहसील में भारू गांव निवासी धरमू का 14 वर्षीय पुत्र जयराम 10 दिन पहले बिजली गिरने से झुलस गया था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बिल्हौर के बिहारीपुर परगना निवासी 62 वर्षीय रफीक की बुधवार को खेत में पानी लगाते समय बिजली गिरने से मौत हो गई थी। दोनों पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी गई है।