बलरामपुर : इलाज के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत, स्वास्थ्य विभाग ने सील किया अस्पताल
बलरामपुर, अमृत विचार। जिले में गौरा चौराहे पर संचालित एक अस्पताल में इलाज के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया है। इसके साथ ही अस्पताल संचालक समेत पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
दरअसल, गौरा चौराहे पर उतरौला रोड पर अवैध रुप से संचालित अस्पताल यादव मेडिकल हाल एंड सर्जिकल में भर्ती प्रसूता सुषमा उर्फ कुसुम व उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई थी। सूचना मिलते ही सीएमओ डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने एसीएमओ डॉ. डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक छह (06) सदस्य टीम का गठन कर जांच कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। जांच टीम के सदस्य प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पीएचसी बलरामपुर डॉ जावेद अख्तर , राजेश कुमार पाण्डेय जिला मलेरिया अधिकारी, अरविंद मिश्रा स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, शिवेंद्र मणि त्रिपाठी डीपीएम , हरिआनंद सिंह वरिष्ठ सहायक शामिल थे ।
जांच टीम मौके पर जाकर देखा तो पाया कि यादव मेडिकल हाल/सर्जिकल का संचालक मेडिकल स्टोर की आड़ में दो कमरों में अस्पताल चला रहा था। टीम द्वारा जांच किया गया तो अस्पताल।अवैध रूप संचालित किया जा रहा था। इसके बाद टीम ने अस्पताल संचालक समेत पैरामेडिकल स्टाफ के खिलाफ सम्बन्धित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
विभाग के पास है 92 अवैध अस्पतालों की सूची
सूत्रों की माने तो स्वास्थ्य विभाग के पास जिले में संचालित हो रहे 92 अवैध अस्पतालों की सूची मौजूद है ।विभाग ने इन अस्पतालों को अवैध संचालन के संबंध में नोटिस भी दिया है। नोटिस के बाद इस तरह के अस्पताल किस तरह से संचालित हो रहे हैं इसका जवाब किसी के पास नहीं है। सीएमओ डॉ मुकेश रस्तोगी ने बताया कि अवैध अस्पतालों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। अस्पताल संचालकों तथा उसमें लिप्त डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी ।