दिल्ली की घटना के बाद इंदौर के कोचिंग संस्थानों पर उठे सवाल, प्रशासन ने बनाया जांच दल
इंदौर (मध्यप्रदेश)। दिल्ली में भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की मौत के बाद विद्यार्थियों ने इंदौर के कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा के इंतजामों पर सोमवार को सवाल उठाए जिसकेस बाद प्रशासन ने दल गठित करके कोचिंग संस्थानों की जांच का फैसला किया।
इंदौर में सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों के अगुवा आकाश पाठक ने आरोप लगाया कि शहर में संचालित कई कोचिंग संस्थानों में क्षमता से बेहद ज्यादा विद्यार्थियों को बैठाकर पढ़ाया जाता है और वहां सुरक्षा इंतजामों का अभाव है। पाठक के मुताबिक इंदौर में फिलहाल करीब चार लाख विद्यार्थी सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘दिल्ली की घटना से सबक लेते हुए इंदौर के कोचिंग संस्थानों की जांच की जानी चाहिए और सुरक्षा मापदंडों की अनदेखी करने वाले संस्थानों को तुरंत सील किया जाना चाहिए। हमने इस बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ ही इंदौर के जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को ज्ञापन भेजा है।’’
जिलाधिकारी आशीष सिंह ने बताया, ‘‘हम इंदौर के कोचिंग संस्थानों की जांच करेंगे। जांच दल में प्रशासन, इंदौर नगर निगम, पुलिस और अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को शामिल किया गया है।’’
उन्होंने बताया, ‘‘हम नगर निगम के जरिये जानकारी जुटा रहे हैं कि इमारतों के बेसमेंट में कितने कोचिंग संस्थान संचालित किए जा रहे हैं? हम इन संस्थानों में आग, बाढ़ और बिजली से जुड़ी दुर्घटनाओं के खतरों से निपटने के इंतजामों की जांच करेंगे।’’
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में शनिवार (27 जुलाई) को भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर के ‘बेसमेंट’ में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की डूबकर मौत हो गई थी।
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