बरेली: रक्षाबंधन की तैयारियां शुरू...राखी बनाने में जुटे परिवार, बच्चों के लिए सुपर हीरो और गुड्डे वाले पर्स की राखियां

बरेली: रक्षाबंधन की तैयारियां शुरू...राखी बनाने में जुटे परिवार, बच्चों के लिए सुपर हीरो और गुड्डे वाले पर्स की राखियां

बरेली, अमृत विचार। रक्षाबंधन शुरू होने में भले ही अभी कुछ दिन शेष हैं, लेकिन त्योहार से पहले राखियां तैयार करने वाले लोगों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। इन लोगों के अनुसार इस बार उन्होंने नया और आकर्षक माल तैयार किया है।

रक्षाबंधन से करीब 15 दिन पहले राखियों का बाजार गुलजार हो जाता है। इस बार रक्षाबंधन 19 अगस्त को है। दुकानदारों की ओर से अगस्त की शुरुआत में राखियों की दुकानें सजाई जाएंगी। शहर में राखियों का थोक बाजार कुतुबखाना, बड़ा बाजार में लगता है, जबकि फुटकर बाजार श्यामगंज, सिविल लाइंस, कोहाड़ापीर, महानगर, राजेंद्र नगर, डीडीपुरम व अन्य जगहों पर लगता है।

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थोक व्यापारियों के अनुसार 15 से ज्यादा जगहों पर दो से ढाई हजार दुकानदार राखी की बिक्री करेंगे। चाहबाई कोहाड़ापीर के रहने वाले वेद प्रकाश पटवा ने बताया कि उनके परिवार में आठ लोग हैं। उनका प्रमुख काम राखियों को बना कर थोक में बिक्री का है। ऑफ सीजन में वह अन्य काम कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। इस सीजन के लिए उन्होंने बड़ों के लिए मेटल, चांदी तथा बच्चों के लिए गुड्डे वाले पर्स और सुपर हीरो वाली राखियां बनाई हैं।

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ये हैं राखियों के थोक के दाम
थोक में खाटू श्याम राखी 10 से 15 रुपये प्रति पीस व कच्ची चांदी की राखी 13 से 50 रुपये के बीच मिल रही है। मेटल की राखी आठ से 12 रुपये में तथा सुपर हीरो वाली राखी 5 से 10 रुपये तक उपलब्ध है। पर्स वाली राखी 8 से 15 रुपये, मोर पंख की राखी 20-35 रुपये और लुम्बा राखी 25 से 50 रुपये के बीच बेची जा रही है। इसके साथ ही मेटल में रुद्राक्ष, महाकाल और वीरा राखी 25 से 45 रुपये तक मिल रही हैं।

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इस बार राखियों की बिक्री काफी कम है। पिछले साल रक्षाबंधन से करीब एक से दो महीने पहले ही फुटकर व्यापारी खरीदारी के लिए आते थे, मगर इस बार बिक्री काफी देर से शुरू हुई है, इसलिए इस बार व्यापार कम होने की उम्मीद है। -वेद प्रकाश पटवा

हम अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर राखी बनाते हैं। पहले त्योहार से लगभग डेढ़-दो माह पहले से ही बिक्री शुरू हो जाती थी पर इस बार अभी कम फुटकर विक्रेता आ रहे हैं। -स्तवन

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