प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल से सजायाफ्ता बंदी फरार, 4 सस्पेंड

प्रयागराज: नैनी सेंट्रल जेल से सजायाफ्ता बंदी फरार, 4 सस्पेंड

प्रयागराज, अमृत विचार। केंद्रीय कारागार नैनी में गैंगरेप के मामले में सजा काट रहा सजायाफ्ता बंदी शनिवार को जेल से फरार हो गया। बंदी के फरार होने की खबर से जेल आधिकारियों में खलबली मच गयी। जेल में तत्काल सायरन बजाया गया। जिसके बाद जेल के अधिकारी सचेत हो गये। जेल प्रशासन ने इसकी जानकारी तत्काल प्रयागराज पुलिस को दी गयी। आनन फानन में फरार बंदी की तलाश के लिए टीमें लगाई गयी, लेकिन दो दिन बाद भी बंदी का सुराग नही लग सका। बंदी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। 

जानकारी के मुताबिक महोबा जिले के सिटी कोतवाली अंतर्गत पसवारा गांव का रहने वाला काली चरण पुत्र मुल्लु 28 वर्ष नैनी सेंट्रल जेल के सर्किल नंबर दो में सजा काट रहा था। आरोपी के खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोपी को 20 साल की सजा होने के बाद सजा काटने के लिए 9 मार्च 2024 को महोबा जेल से नैनी सेंट्रल जेल ट्रांसफर किया गया था। जेल में उसकी ड्यूटी बाहर बाग कमान में लगाई गयी थी, जहां वह खेती करता था। शनिवार की सुबह कमान निकलने के बाद वार्डन सभी बंदियों को काम कराने के लिए महिला जेल के पीछे कृषि फ़ार्म की ओर ले जाया गया था। बंदियों के साथ सुरक्षा के लिए एक हेड वार्डन बलवीर यादव व वार्डन बृजेश यादव, अभिषेक सिंह, आशुतोष चतुर्वेदी की ड्यूटी लगाई गयी थी। सभी बंदी अपना काम कर रहे थे। कुछ देर के बाद काली चरण ने गर्मी का बहाना करते हुए जेल से मिलने वाली बंदियों की वर्दी को उतार दिया। सूत्रों के मुताबिक वह कही अंदर ही छिप गया। कमान खत्म होने के बाद अंधेरा होने का फायदा उठाते हुए कृषि फ़ार्म में ही किसी पेड़ पर चढ़ गया और अंधेरा होने के बाद वह दीवार फांद कर फरार हो गया। 

कमान वापसी के दौरान बंदियों की गिनती में एक बंदी कम होने पर उसकी तलाश शुरु की गई, लेकिन वह नहीं मिला। सभी फरार बंदी की तलाश में जुट गये। जेल में तत्काल अलार्म बजाया गया। बंदी के फरार होने की जानकारी वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर को दी गई। काफी खोजबीन के बाद भी बंदी का सुराग नहीं लग सका। बंदी के फरार होने की जानकारी के बाद दूसरे दिन डीसीपी यमुना नगर श्रृद्धा नरेंद्र पाण्डेय ने भी जेल पहुंचकर मामले की जानकारी की। सूत्रों के मुताबिक फरार बंदी काली चरण की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई गई है। फरार बंदी की तलाश के लिए टीम महोबा भी गयी हुई है। 

पहले भी भाग चुका है महोबा का बंदी
नैनी सेंट्रल जेल से 2018 में भी एक बंदी राजू बसोर फरार हुआ था। वह महोबा के बसोर का रहने वाला था। उस बंदी को भी धारा 302 एवं 376 के तहत उम्रकैद की सजा मिली थी। वह अन्य कैदियों के साथ उसे खेत में काम करने के लिए ले जाया गया था, तभी राजू बसोर मौका पाकर फरार हो गया। जिसे एसटीएफ ने पकड़ा था।

वर्जन- 
जेल से बंदी के फरार होने की जानकारी हुई है। बंदी कैसे फरार हुआ इसका पता लगाया जा रहा है। फरार बंदी को गिरफ्तार करने के लिए टीमें लगाई गई है। फिलहाल अभी बंदी को गिरफ्तार नही किया जा सका है। इस मामले एक हेड वार्डन और तीन वार्डन को सस्पेंड भी किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। -वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर

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