Unnao: 6 करोड़ से चमकेगी चंद्रशेखर आजाद की धरती; पैतृक गांव बदरका में बनेगा बहुउद्देशीय हाल, प्रेक्षागृह व खुला मंच

शासन ने दो करोड़ रुपए का बजट जारी करने को दे दी हरी झंडी

Unnao: 6 करोड़ से चमकेगी चंद्रशेखर आजाद की धरती; पैतृक गांव बदरका में बनेगा बहुउद्देशीय हाल, प्रेक्षागृह व खुला मंच

उन्नाव, अमृत विचार। सूबे के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के पैतृक गांव बदरका में बहुउद्देशीय हाल (प्रेक्षागृह व खुला मंच) निर्माण के लिए 618.44 लाख रुपए की परियोजना स्वीकृत करा शासन से दो करोड़ रुपए जारी करने की मंजूरी दिलाई है। प्रदेश शासन के अनुभाग सचिव रघुनाथ प्रसाद वर्मा ने निदेशक संस्कृति निदेशालय को जारी पत्र में इसकी जानकारी दी है। अब निर्माण एजेंसी सी एंड डीएस गांव स्थित आजाद स्मारक स्थल पर जल्द ही बहुउद्देशीय हाल का निर्माण शुरू कराएगा।  

बता दें कि बदरका में वर्ष-2023 के जनवरी माह में आयोजित होने वाले त्रिदिवसीय वार्षिक समारोह के मुख्य अतिथि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय विधायक आशुतोष शुक्ल व आयोजन समिति के सचिव राजेश शुक्ला की मांग पर बहुउद्देशीय हाल निर्माण कराने की घोषणा की थी। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि हाल बनवाकर वह सुविधाजनक ढंग से वार्षिक समारोह आयोजित कराना सुनिश्चित कराएंगे। 

मंगलवार को शासन के अनुभाग सचिव ने इस संबंध में स्वीकृति पत्र जारी कर दिया है। इसमें प्रेक्षागृह निर्माण कराने के लिए सी एंड डीएस नामक कंपनी को कार्यदायी संस्था नामित किए जाने की जानकारी देते हुए बताया गया कि कार्यदायी संस्था द्वारा 637.22 लाख की लागत के प्राकलन के सापेक्ष 618.44 लाख रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है। जिसमें दो करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी किए जाने की स्वीकृति राज्यपाल द्वारा दे दी गई है। 

उन्होंने संस्कृति निदेशालय को नियमानुसार सभी अनापत्तियां व पर्यावरणीय क्लियरेंस प्राप्त करते हुए निर्माण शुरू कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही तकनीकी स्वीकृति भी अवश्य प्राप्त कर ली जाए। साथ ही निर्माण में गुणवत्ता मानकों को पूर्ण करने पर जोर दिया गया है। गौरतलब हो कि अब तक एक बरामदानुमा निर्माण स्थल पर टेंट आदि लगाकर वार्षिक समारोह आयोजित होता रहा है। कवि सम्मेलन व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के शौकीनों को जनवरी माह के पहले सप्ताह में जबर्दस्त सर्दी में ठिठुरते हुए शामिल होने को मजबूर होना पड़ता था। जबकि दिन में श्रद्धांजलि सभा, खेलकूद आदि गतिविधियों का आयोजन होता था।

यह भी पढ़ें- Banda: शिक्षक एमएलसी ने समझा शिक्षकों का दर्द; सीएम के साथ की बैठक, उठाई ये मांगे...