Etawah: बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे प्राइवेट हॉस्पिटलों पर चला स्वास्थ्य विभाग का चाबुक; जिले में सील किए गए इतने हॉस्पिटल...

Etawah: बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे प्राइवेट हॉस्पिटलों पर चला स्वास्थ्य विभाग का चाबुक; जिले में सील किए गए इतने हॉस्पिटल...

इटावा, अमृत विचार। जिले में बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे तीन प्राइवेट अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सोमवार को सील किया गया। सील किए गए अस्पतालों में मरीज भर्ती थे और ऑपरेशन भी किये जा रहे थे। दो अस्पतालों में भर्ती मरीजों को एंबुलेंस से लाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली थी कि शहर में फ्रेंड्स कॉलोनी कोकपुरा तथा आईटीआई चौराहा के निकट हाईवे पर बिना रजिस्ट्रेशन के प्राइवेट अस्पताल संचालित हो रहे हैं। सीएमओ डॉ. गीताराम के द्वारा प्राइवेट अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन के नोडल अधिकारी डॉ. श्रीनिवास यादव तथा झोलाछाप के नोडल अधिकारी डॉ. यतेंद्र राजपूत के नेतृत्व में टीम गठित की गई। 

सोमवार को डॉ. श्रीनिवास यादव व डॉ. यतेन्द्र राजपूत ने फ्रेंड्स कॉलोनी में चल रहे परिवार हॉस्पिटल को देखा तो यहां पर डॉ. विमल भदौरिया मिले जो इस अस्पताल का संचालन करते है। यहाँ पर 11 बेड थे और ऑपरेशन थिएटर भी बना हुआ था तथा ऑपरेशन का एक मरीज था। रजिस्ट्रेशन माँगने पर संचालक नहीं दिखा पाए जिसके चलते अस्पताल को सील किया गया। यहां पर जिस महिला की ऑपरेशन से डिलीवरी की गई थी, उसे एंबुलेंस से भेजकर महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कुम्हावर रोड कोकपुरा में संचालित हो रहे चंद्रा हेल्थ बॉयज हॉस्पिटल में एक मरीज भर्ती था। यहां पर संचालक रवि कुमार तो थे लेकिन कोई भी डॉक्टर नहीं था। इस अस्पताल को रजिस्ट्रेशन ना दिखाने पर टीम के द्वारा सील किया गया। आईटीआई चौराहे के पास हाईवे पर संचालित हो रहे वृंदावन हॉस्पिटल का संचालन सुधीर कुमार के द्वारा किया जा रहा था। यहां पर भी कोई डॉक्टर नहीं था और जो दो स्टाफ मौजूद था वह भी अनक्वालिफाइड था। 

अस्पताल में दो मरीज भर्ती थे, जिसमें एक महिला की डिलीवरी हुई थी। जिसकी छुट्टी होने को थी तथा ऊसराहार के दूसरे मरीज का हर्निया का ऑपरेशन हुआ था। यहां पर भी संचालक रजिस्ट्रेशन नहीं दिखा पाए जिसके चलते अस्पताल को सील किया गया और भर्ती मरीज को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेज कर भर्ती कराया गया। नोडल अधिकारी डॉ श्रीनिवास यादव का कहना है कि अगर जिले में कोई भी अस्पताल बिना रजिस्ट्रेशन के चलता हुआ मिलेगा उसे सील करके कार्रवाई की जाएगी।

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