विदेश मंत्री एस जयशंकर को प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया, पीटीआई पार्टी ने साफ किया रुख
पेशावर। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने पार्टी के एक नेता द्वारा भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर को पार्टी के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करने से दूरी बना ली है और कहा है कि उसके राजनीतिक संघर्ष में किसी भी अन्य देश की कोई भूमिका नहीं है।
पीटीआई अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर अली खान ने शनिवार को कहा कि खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) शासित खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री के सूचना सलाहकार मुहम्मद अली सैफ की टिप्पणी का गलत संदर्भ निकाला गया। सैफ ने कहा था कि पार्टी जयशंकर को यहां अपने प्रदर्शन में शामिल होने के लिए 'आमंत्रित' करने की योजना बना रही है, उनके इस बयान पर सत्तारूढ़ गठबंधन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
सैफ ने शनिवार को एक सवाल के जवाब में व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, पीटीआई भारत के विदेश मंत्री जयशंकर को आमंत्रित करेगी कि वे आएं और पार्टी के विरोध प्रदर्शन में शामिल हों। हमारे लोगों से बात करें और देखें कि पाकिस्तान में एक मजबूत लोकतंत्र है, जहां हर किसी को विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है। बैरिस्टर गौहर खान ने कहा कि भारत के बारे में पाकिस्तान की 70 साल पुरानी नीति पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की रीढ़ है।
उन्होंने कहा, "शांतिपूर्ण विरोध हमारा संवैधानिक अधिकार है। भारत सहित किसी भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति को विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की ओर से निमंत्रण नहीं दिया गया है। किसी भी विदेशी गणमान्य व्यक्ति को हमारे आंतरिक मामलों पर कोई टिप्पणी करने की अनुमति नहीं है।’ उन्होंने कहा कि पार्टी का संघर्ष एक आंतरिक मुद्दा है जिसमें जयशंकर की कोई भागीदारी नहीं है और कहा कि सैफ के बयान से यह गलत धारणा बनी है कि पार्टी ने एक भारतीय मंत्री को पार्टी के प्रदर्शन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।