सुलतानपुर: आधे घंटे में बन जाएगा केसीसी, नहीं लगाना पड़ेगा तहसील का चक्कर 

सुलतानपुर: आधे घंटे में बन जाएगा केसीसी, नहीं लगाना पड़ेगा तहसील का चक्कर 

सुलतानपुर, अमृत विचार। किसानों को अपने कृषि अभिलेखों के लिए अब तहसील मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। राजस्व विभाग के साथ कृषि विभाग व संबंधित ग्राम पंचायतों की कृषि सखी व बीसी सखी किसानों के डाटा की एंट्री कर रजिस्ट्रेशन कराएंगी। रजिस्ट्रेशन के बाद संबंधित किसान का किसान कार्ड जारी होगा, जो सब जगह मान्य होगा।

जिले के 930 राजस्व गावों में आठ जुलाई से किसानों का रजिस्ट्रेशन शुरू हो जायेगा। जिसके लिए कृषि विभाग से 97 तो राजस्व विभाग से भी 97 कर्मी लगाए गए हैं। साथ ही संबंधित ग्राम पंचायत के पंचायत सहायक, कृषि सखी व बीसी सखी भी मौजूद रहेंगे। रजिस्ट्रेशन ग्राम पंचायत के मिनी सचिवालय पर आयोजित किया जाएगा, जिसकी सूचना किसानों को पहले दी जायेगी। किसान रजिस्ट्रेशन के दौरान उनके खतौनी, खसरा के विवरण को दर्ज कर एक यूनिक आईडी जारी किया जायेगा। साथ ही एक स्मार्ट किसान कार्ड भी दिया जायेगा।

पहचान से लेकर जमीन तक की होगी जानकारी 
उप कृषि निदेशक रामाश्रय यादव ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के बाद किसानों को जो स्मार्ट किसान कार्ड जारी होगा, उसमें उनकी पहचान से जमीन तक की जानकारी होगी। जरुरत पड़ने पर किसानों को खतौनी निकालनी पड़ती थी अब उस कार्य को किसान कार्ड करेगा। कृषि से संबंधित अनुदान व अन्य सरकारी लाभ में किसान कार्ड कार्य करेगा। किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए तहसील से खतौनी निकलवा कर लेखपाल से खसरा बनवाना पड़ता था। इन सब के बाद अंश निर्धारण के लिए 61ख भी बनवाना पड़ता था जिसमें किसानों का  पैसे के साथ समय भी खराब होता था। केसीसी बनवाते समय किसान कार्ड होने से किसानों का केसीसी आधे घण्टे में बन सकता है।

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