देहरादून: सूखे नाले में मिली तीन लाशों का खुला राज...हसीन ने उतारा था रेशमा,आयत और आयशा को मौत के घाट

देहरादून: सूखे नाले में मिली तीन लाशों का खुला राज...हसीन ने उतारा था रेशमा,आयत और आयशा को मौत के घाट

देहरादून, अमृत विचार। आखिरकार बडोवाला में सूखे नाले से मिली तीन लाशों के राज से पर्दा उठ गया है। एसएसपी अजय सिंह ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि तीनों हत्याएं प्रेम प्रसंग के कारण हुईं।

इस पूरे मामले में महिला का प्रेमी पकड़ में आया है जिसने हत्या कर तीनों के शव फैक्टरी के पीछे कूड़े के ढेर में छिपाए थे। दरअसल, 25 जून को पटेलनगर के बडोवाला क्षेत्र में पेट्रोल पंप से आगे एक सूखे नाले में बच्ची व एक महिला का शव मिला था। इसकी शिनाख्त भी नहीं हो पाई थी और अगले दिन सुबह उसी जगह पास से ही एक और शव बरामद किया गया।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान हसीन (36) पुत्र नसीम निवासी बिजनौर के रूप में हुई है। हसीन बड़ोवाला में टिम्बर ली फर्नीचर फैक्ट्री में काम करता है और वह तलाकशुदा है। मृतका रेश्मा से पिछले दो सालों से उसका प्रेमप्रसंग चल रहा था।

हसीन ने पूछताछ में बताया कि रेशमा लगातार उस पर शादी करने और साथ रहने का दबाव बना रही थी। रेशमा समय-समय पर आरोपी पर खर्चों के लिये पैसों की मांग करती रहती थी। जिससे परेशान होकर आरोपी ने रेशमा से पीछा छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन वह लगातार उसे फोन और मैसेज के माध्यम से अपने साथ रखने की जिद्द कर रही थी।

हसीन ने रेशमा को दून में कमरा ढूंढने और उसके बाद बुलाने की बात कहकर टाल दिया। आरोपी ने बताया कि 23 जून की शाम रेशमा अपनी बेटी आयत (15) और आयशा (8 माह) के साथ देहरादून आईएसबीटी आ गई। देहरादून आईएसबीटी पहुंचकर रेशमा ने हसीन को फोन कर अपने देहरादून आने की जानकारी दी। जिस पर आरोपी ने रेशमा से पीछा छुड़ाने के लिये उसे रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

आरोपी ने बताया कि वो महिला और उसके बच्चों को लेने अपनी बाइक से आईएसबीटी पहुंचा और रेशमा व उसके दोनों बच्चों को लेकर सीधे टीम्बर ली फैक्ट्री ले गया। फैक्ट्री में ही रात को मां और दोनों बेटियां सो गई। जिसके बाद आरोपी ने पहले रेश्मा का गला दबाकर उसकी हत्या की। उसके बाद दोनों बच्चियों की मुंह और नाक दबाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया।

आरोपी ने बताया की उसने तीनों को मौत के घाट उतारने के बाद तीनों के शवों को फैक्ट्री के पीछे कूड़े के ढेर के नीचे छुपा दिया। शवों को ठिकाने लगाने के बाद आरोपी ने मृतका का बैग भी कूड़े के ढेर से कुछ दूरी पर फेंक दिया और मृतका का मोबाइल और उसके घर की चाबी अपने पास रख ली। 

पुलिस ने इस केस को सुलझाने के लिए जनपद मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर पर विगत कुछ दिनों में किसी महिला व उसके बच्चियों की गुमशुदगी के सम्बन्ध में जानकारी ली। लेकिन देहरादून, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर के किसी थाने में ऐसे किसी गुमशुदगी का दर्ज होना नहीं पाया गया। हालांकि बिजनौर में एक दो थाना क्षेत्रों में महिला व उसकी बच्चियों की गुमशुदगी दर्ज होने की जानकारी पुलिस को मिली। जिस पर तत्काल पुलिस की एक टीम को बिजनौर रवाना कर उक्त गुमशुदगियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की गई।

घटनास्थल के आसपास सर्च अभियान के दौरान कुछ दूरी पर पुलिस को एक ब्लू डार्ट कम्पनी का नीले रंग का बैग मिला, जिसमें महिला और बच्चों के कपडे़ मिले। पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो घटनास्थल के पास मौजूद टिम्बर लाइन फैक्ट्री के पास एक रोडवेज बस का टिकट नेहटौर से देहरादून का बरामद हुआ जो एक बालिग और एक नाबालिग का था। फैक्ट्री के अन्दर चैक करने पर पुलिस को ब्लू डार्ट कम्पनी के वैसे ही नीले रंग के थैले बरामद हुए। शक गहराने पर पुलिस ने फैक्ट्री में कार्यरत कर्मियों से पूछताछ की। फैक्ट्री में कर्मियों में से पुलिस को मौके पर नेहटौर का ही रहने वाला एक फैक्ट्री कर्मी हसीन मिला। शक होने पर हसीन को पूछताछ के लिए चौकी ले आई। चौकी में सख्ती से पूछताछ करने पर हसीन ने अपने और रेशमा के बीच अवैध सम्बंधों के चलते हत्या की बात कबूल कर ली।