देवरिया में चार घंटे के लिए हिरासत में लिए गए सांसद रामभुआल, दीपू निषाद के परिजनों से करनी थी मुलाकात  

देवरिया में चार घंटे के लिए हिरासत में लिए गए सांसद रामभुआल, दीपू निषाद के परिजनों से करनी थी मुलाकात  

सुलतानपुर, अमृत विचार। देवरिया जिले के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के बिट्ठलपुर जा रहे सपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को रविवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे सुलतानपुर के सपा से सांसद राम भुआल निषाद ने बताया कि उनके साथ आधा दर्ज नेताओं को करीब तीन से चार घंटे तक हिरासत में रखा गया। दीपू निषाद हत्याकांड के मामले में वे लोग समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर पीड़ित परिवार को सांत्वना देने जा रहे थे। 

गौरतलब है कि देवरिया जिले के रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले दीपू निषाद की 14 जून की रात हत्या कर दी गई थी। 15 जून को उसका शव गांव के निर्माणाधीन अस्पताल के परिसर में मिला था। शनिवार को प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद बिट्ठलपुर पहुंचे थे। जिसके बाद उग्र भीड़ ने घटना के हत्यारोपी ग्राम प्रधान के घर पर हमला बोल दिया था। इसके बाद गांव में तनाव बढ़ गया था। इसी बीच रविवार को सपा नेताओं के प्रतिनिधि मंडल को बिट्ठलपुर पहुंचना था। जिसे लेकर सुबह से ही पुलिस बिट्ठलपुर गांव समेत रुद्रपुर तक अलर्ट थी। जैसे ही सपा नेताओं का प्रतिनिधि मंडल रुद्रपुर बाईपास पर पहुंचा पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इस दौरान सपा नेताओं ने पांच लोगों को गांव में जाने देने की अनुमति से मांगी लेकिन पुलिस ने माहौल बिगड़ने का अंदेशा बताते हुए उनकी मांगों को नामंजूर कर दिया। इसके बाद पुलिस सभी सपा नेताओं को हिरासत में लेकर जिला मुख्यालय चली गई। 

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे सुलतानपुर से सपा के सांसद रामभुआल निषाद ने बताया कि उनके साथ देवरिया सपा जिलाध्यक्ष व्यास यादव, कृष्ण भान सिंह उर्फ किसान सिंह सैंथवार, चौधरी राम लौटन निषाद, पूर्व विधायक डॉ. मोहसिन खां व संतोष यादव थे। सांसद ने बताया कि उन लोगों को करीब तीन से चार घंटे तक हिरासत में रखा गया, फिर छोड़ दिया गया। वे लोग पीड़ित परिवार का हालाचाल जानने जा रहे थे। सांसद ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के नेतृत्व में उनकी पार्टी हर मजलूम को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेगी। दीपू निषाद के दोषियों को कड़ी सजा मिलने, पीड़ित परिजनों को उचित मुआवजा दिलाने तक पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। 

राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन 
सांसद रामभुआल निषाद को देवरिया में हिरासत में लिए जाने का मामला जिले में भी तूल पकड़ गया। जिले की संस्था मोस्ट कल्याण ने इस बाबत राष्ट्रपति को एक शिकायती पत्र ट्वीट के माध्यम से भेजा है। जिसमें उल्लेख किया गया है कि मोस्ट प्रशासन के इस कृत्य की घोर निंदा करता है। अगर शोषितों की आवाज दबाने का काम होगा तो हम धरने के लिए बाध्य होंगे। मोस्ट कल्याण प्रमुख श्यामलाल निषाद ने कहा कि प्रतिनिधि मंडल को रोका जाना इस बात का प्रमाण है कि सरकार तथ्यों पर पर्दा डालना चाह रही। हम प्रशासन के इस कृत्य की निंदा करते हैं। अगर पीड़ित परिवार की आवाज दबाई गई तो सड़क पर उतरकर हम सब प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
 
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