कुम्भ नगरी प्रयागराज में फिर दिखेगी हरियाली, जुलाई में रोपित होंगे 73 लाख से अधिक पौधे
वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम में सभी विभागों को दिया गया पौध रोपण का लक्ष्य
प्रयागराज, अमृत विचार। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश को हरित प्रदेश के रूप में विकसित करने का निरंतर प्रयास कर रही है। शहर में हरित पट्टियों का विकास और सघन वृक्षारोपण इसी का हिस्सा है। जिसे लेकर सरकारी मशीनरी भी अभी से सक्रिय हो चुकी हैं। प्रयागराज में भी अगले महीने होने वाले वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम के लिए सभी सरकारी विभागों की तरफ से तैयारियां शुरू हो गई हैं।
वृहद वृक्षारोपण अभियान में 73 लाख पौधों का रोपण
मानसून के आगमन के पहले ही कुंभ नगरी प्रयागराज को हरित प्रयागराज के रूप में विकसित करने की प्रशासनिक तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। अभियान के नोडल अधिकारी प्रयागराज के जिला वन अधिकारी अरविंद कुमार का कहना है कि प्रयागराज में इस अभियान के अंतर्गत इस साल 73 लाख, 15 हजार 160 पौधे रोपित करने का लक्ष्य तय किया गया है।
जिले के सभी 24 से अधिक सरकारी विभागों का भी लक्ष्य तय किया जा चुका है। जिले में वन विभाग की तरफ से इस अभियान में इस साल 22 लाख 45 हजार 300 पौधे रोपित किए जाएंगे । वन विभाग के अलावा जिले में ग्राम्य विकास विभाग 29 लाख 87 हजार , कृषि विभाग 5 लाख 9 हजार, उद्यान विभाग 3 लाख 69 हजार और पर्यावरण विभाग की तरफ से 2 लाख 27 हजार का लक्ष्य तय किया गया है। सभी विभागों को उनके लक्ष्य की जानकारी देते आगे की तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
हर साल बढ़ रहा है हरियाली का दायरा
सरकार के इन प्रयासों के सकारात्मक नतीजे भी सामने आ रहे हैं। डीएफओ प्रयागराज के मुताबिक प्रयागराज के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले कुछ बरसो में हरियाली का दायरा तेजी से बढ़ा है। पिछले वर्षों के सापेक्ष हरियाली में 27.06 वर्ग किलोमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। सरकार द्वारा पौधारोपण पर विशेष जोर दिए जाने से इसके अच्छे परिणाम सामने आए हैं। फारेस्ट सर्वे आफ इंडिया देहरादून की रिपोर्ट भी बताती है कि शहर और जिले में हरियाली में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार जिले में साल 2017 में 2.32 प्रतिशत, 2019 में 2.36 प्रतिशत और 2021 में 2.85 प्रतिशत हरियाली बढ़ी है।
पिछले वर्ष के 95 फीसदी पौधे संरक्षित
जनपद में पिछले वर्ष योगी सरकार द्वारा कराये गए वृक्षारोपण में रोपित पौधों का संरक्षण का रिकॉर्ड भी बेहतर रहा है । पिछले साल जनपद में कराये गए वृक्षारोपण में 95 फीसदी पौधे अभी भी हरे-भरे हैं । पौधों की टैगिंग करने के बाद निरंतर उनकी सिंचाई और उनके रखरखाव पर ध्यान दिया गया है । पिछले वर्ष जनपद में 71 लाख 92 हजार 852 पौधे इस अभियान के अंतर्गत रोपित किये गए थे जिसमे 68 लाख 33 हजार पौधे अभी भी हरित अवस्था में हैं । इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 'मियावाकी' पद्यति को प्राथमिकता देते हुए सघन वृक्षारोपण किया जाएगा।
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