पीलीभीत: गुजर गई दूसरी मियाद, कब पूरा होगा नाला निर्माण...अब हालात परखने पहुंची चेयरमैन

पीलीभीत: गुजर गई दूसरी मियाद, कब पूरा होगा नाला निर्माण...अब हालात परखने पहुंची चेयरमैन

पीलीभीत, अमृत विचार : मानसून में सड़कों पर जलभराव की समस्या का समाधान कराने के लिए नगर पालिका की ओर से कराया जा रहा नाला निर्माण कार्य अभी भी पूरा नहीं हो सका है।  ठेकेदारों पर सख्ती के दावों के बावजूद काम की सुस्त चाल बरकरार है।

पहले दस जून और फिर बीस जून तक निर्माण कार्य पूरा करने की मियाद भी गुजर गई। अब निर्माण कार्य की हकीकत परखने के लिए चेयरमैन ने निरीक्षण किया। इस दौरान शहर की सफाई व्यवस्था का हाल भी देखा।  कुछ जगह कमियां मिलने पर सुधार के निर्देश दिए गए। साथ ही निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के निर्देश दिए।

नगरपालिका चेयरमैन डॉ. आस्था अग्रवाल शनिवार दोपहर करीब दो बजे छतरी चौराहा से लेकर गौहनिया चौराहा तक कराए जा रहे नाला निर्माण का निरीक्षण करने पहुंची। नाला निर्माण में बाधा बताई जा रही बिजली की अंडरग्राउंड केबिल को लेकर समाधान तलाशा। नगर पालिका जेई इंद्रजीत और ठेकेदार से जानकारी की। उन्होंने बताया कि  नाले का ढाल सही से नहीं बन पा रहा था। क्योंकि नाले के नीचे बिजली के केबिल है। ऐसे में गहराई से नहीं खोदा जा सकता। इस पर बिजली विभाग की टीम को मौके पर बुलाकर अंडरग्राउंड लाइन की गहराई की जानकारी ली। बिजली विभाग के जिम्मेदारों ने बताया कि जिस जगह पर नाले का लेवल ठीक नहीं आ पा रहा है, वहां गहरा खोदा जा सकता है।  

इसके बाद पालिकाध्यक्ष ने नाले का ढाल गहरा बनाने के निर्देश दिए। पालिकाध्यक्ष काला मंदिर से कुम्हारों वाली पुलिया की ओर कराए जा रहे सफाई कार्य को देखने पहुंची। जहां श्रमिकों को नाले की तलीझाड़ सफाई कराने के निर्देश दिए।  ताकि बारिश में जलभराव की समस्या न होने पाए। उन्होंने संबधित ठेकेदार को बारिश शुरु होने से पहले नाले की सफाई का काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। चेयरमैन डॉ. आस्था अग्रवाल ने बताया कि नाला निर्माण के बीच बिजली की लाइन समस्या आ रही थी। जिसको दूर कराया गया। साथ नालों की तलीझाड़ सफाई करने के निर्देश दिए हैं।  

बारिश से पहले पूरा न हुआ काम तो बढ़ेगी दिक्कत
चेयरमैन की ओर से दो बार ठेकेदारों को काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।  मगर अभी भी काफी काम बाकी है। मानसून की दस्तक नजदीक है। नये नालों का निर्माण कार्य और पुराने नालों की सफाई का काम भी अभी पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में अगर बारिश से पहले काम पूरा न हुआ तो शहरवासियों की दिक्कत बढ़ना तय है।  नाला निर्माण के लिए खादे गए गड्ढे ही जलभराव के बाद हादसे का सबब बन सकते हैं।  इसकी चिंता भी स्थानीय लोगों और राहगीरों को सता रही है।

ये भी पढ़ें- पीलीभीत: राज्यमंत्री के प्रतिनिधि के सड़क निरीक्षण के बाद गरमाई सियासत...डीएम तक पहुंचा मामला, कई सभासद पहुंचे शिकायत लेकर