लखनऊ: 90 मिनट 30 फीट गहरे गड्ढे की मिट्टी में दबे रहे मजदूर, प्रत्यक्षदर्शी बोले- खड़े-खड़े ही सूर्यपाल ने तोड़ दिया दम

चोरी छिपे कराया जा रहा था कार्य, बदल कर लाये जाते थे मजदूर

लखनऊ: 90 मिनट 30 फीट गहरे गड्ढे की मिट्टी में दबे रहे मजदूर, प्रत्यक्षदर्शी बोले- खड़े-खड़े ही सूर्यपाल ने तोड़ दिया दम

लखनऊ, अमृत विचार। बेसमेंट की खोदाई के लिये गुरुवार सुबह करीब 9 बजे ठेकेदार इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित मजदूर अड्डा से सूर्यपाल समेत करीब 10 से 12 मजदूरों को लाया था। मिट्टी ढहने से करीब सात से आठ मजदूर दबे थे, लेकिन चार मजदूर थोड़ा ऊंचाई पर थे, इससे वह खुद ही निकल आये। जबकि चार करीब 30 फीट नीचे काम कर रहे सूर्यपाल समेत चार मजदूरों पर करीब 15 फीट मिट्टी आ गिरी। इससे वह पूरी तरह दब गये। प्रत्यक्षदर्शी मजदूर शत्रुघन के अनुसार लगभग 90 मिनट में मिट्टी हटाकर सूर्यपाल को निकाला गया तो वह सीधा खड़ा था।

हादसे को लेकर आसपास के लोगों व साथी मजदूरों का कहना है कि सहाय एन्क्लेव कॉलोनी में बिना अनुमति सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कराया जा रहा था। करीब 40 फीट के दायरे में 30 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा चुका था। एक तरफ दीवारें खड़ी कर निर्माण करा दिया गया था। जिस ओर से मिट्टी ढही वह दूसरे मकान की नींव की साइड थी। जो मिट्टी ढही उसके ऊपर से इसी मकान की नाली निकली थी। नाली के पानी की निकासी के लिये कुछ दिन पहले ही पाइप डाली गई थी। यह जानकारी इसी मकान में किराये पर रहने वाले विनोद की पत्नी पिंकी ने दी। पिंकी का कहना मकान ढहने की आशंका है, इसलिये वह कमरा खाली कर रही हैं। जिस समय हादसा हुआ पिंकी व उनके पति काम पर गये थे। कमरे में 12 वर्ष का बेटा और 10 वर्षीया बेटी थी। दोनों काफी डर गये थे।

सुरक्षा के इंतजाम नहीं

निर्माणाधीप बेसमेंट में काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के ठेकेदार ने कोई इंतजाम नहीं किये थे। चारों तरफ बेसमेंट से खोदकर निकाली गई मिट्टी डाली गई थी। अन्य तरफ की मिट्टी में भी बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी मिलीं। ऐसे में यदि बिना रोकथाम के दोबारा निर्माण शुरू हुआ तो हादसे की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।

तीन मजदूर गंभीर, चल रहा इलाज

रैथा रोड स्थित सहाय एन्क्लेव में गड्ढे में मिट्टी ढहने से आठ मजदूर दब गए। साथी मजदूरों ने तीन को तो निकाल लिया। जबकि अन्य को दमकल कर्मियों ने किसी तरह बाहर निकाला, चार गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। जहां सूर्यलाल यादव को मृत घोषित कर दिया। जबकि तीन मजदूरों का इलाज चल रहा है।

जेसीबी से खोदी मिट्टी निकालने को लगाये थे मजदूर

अलीगंज निवासी बिल्डर मयूर जायसवाल रैथा रोड पर सहाय एन्क्लेव के नाम से रो-हाउसिंग की प्लानिंग बनवा रहे हैं। उसी प्लानिंग में आगे की तरफ पिछले 20 दिनों से बिना अनुमति के चोरी छिपे खोदाई चल रही थी। बुधवार देर रात जेसीबी से करीब गड्ढा खोदवा दिया। गड्ढे में भरी मिट्टी निकालने के लिए गुरुवार सुबह मजदूरों को लगाया था।

कालोनी मालिक व ठेकेदार लापता

आसपास के लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि काॅलोनी का मालिक बेसमेंट का निर्माण करा रहा है। हादसे के बाद से वह लापता हैं। ठेकेदार भी मौके से लापता था। काम पर लाए गए मजदूर मजदूरी के लिये इधर-उधर भटकते मिले। वह ठेकेदार को मजदूरी लेने के लिए तलाश कर रहे थे।

बीकेटी एसडीएम सतीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि रैथा रोड की जिस आवासीय प्लाटिंग में घटना हुई है। जांच कर करवाई जा रही है। साथ ही बिल्डर से मानचित्र स्वीकृत, रेरा पंजीकरण, भू-उपयोग परिवर्तन समेत अन्य दस्तावेज मांगे गए हैं। जांच में जो भी सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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