संभल: एसडीएम को तालाब पर मिला अवैध कब्जा, लेखपाल निलंबित

बनियाखेड़ा गांव में तालाब पर अवैध कब्जे से गांव की सड़कों पर हो रहा जलभराव 

संभल: एसडीएम को तालाब पर मिला अवैध कब्जा, लेखपाल निलंबित

चन्दौसी/बनियाठेर, अमृत विचार: बनियाखेड़ा गांव के ग्रामीणों ने एसडीएम को शिकायती पत्र देकर गांव के तालाब पर कब्जे को हटवाने की मांग की है। ग्रामीणों की शिकायत पर बुधवार की सुबह ही एसडीएम मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल की।

मौके पर अवैध कब्जा पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए संबन्धित लेखपाल को निलंबित कर दिया और शीघ्र ही तालाब से अवैध कब्जा हटवा कर ग्रामीणों को जलभराव से निजात दिलाने के निर्देश दिए। बुधवार को अमृत विचार ने मामले को प्रमुखता से उठाते हुए खबर प्रकाशित की थी। 

गांव बनियाखेड़ा के तालाब में गांव के घरों से निकलने वाला गंदा पानी जमा होता है, जबकि बरसात का पानी भी तालाब में जाता है। तालाब में पानी जाने के लिए नालियां भी बनाई गई हैं। पिछले कुछ समय पहले एक परिवार के लोगों ने दबंगई के चलते तालाब पर ट्रैक्टर-ट्राली से मिट्टी डालकर पाटना शुरू कर दिया है।

कुछ निर्माण भी करा लिया है। जिससे घरों से आ रहे गंदे पानी की निकासी बाधित हो गई है और गांव की सड़कों पर जलभराव हो रहा है। गांव की सड़कों पर जलभराव के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

इस संदर्भ में ग्रामीणों ने दो दिन पहले एसडीएम नीतू रानी को ज्ञापन देकर तालाब से अवैध कब्जा हटवा कर जलभराव से निजात दिलाने की मांग की थी। घटना का संज्ञान लेते हुए मंगलवार को एसडीएम को निरीक्षण के लिए जाना था लेकिन ऑफिशियल कार्य की वजह से वह नहीं पहुंच सकीं। जिससे मौके पर एसडीएम का इंतजार कर रहे ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर रोष जाहिर किया।

बुधवार की सुबह एसडीएम गांव बनियाखेड़ा पहुंची और तालाब का निरीक्षण किया। ग्रामीणों के बयान भी लिए। तालाब पर अवैध कब्जा पाया । मामले में एसडीएम ने संबन्धित लेखपाल अनिल कुमार भदौरिया को निलंबित कर दिया । 

गांव बनियाखेड़ा के तालाब पर अवैध कब्जे की शिकायत पर निरीक्षण किया गया। मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लेते हुए ग्रामीणों के बयान दर्ज किए गए है। तालाब पर अवैध निर्माण मिला है। जिससे संबन्धित लेखपाल को निलंबित कर कार्रवाई की गई है। अवैध कब्जे को शीघ्र ही हटवाया जाएगा-नीतू रानी, एसडीएम

ये भी पढ़ें- संभल: पुलिस ने खोज कर लौटाए 10 लाख के गुम मोबाइल, लोगों के खिल उठे चेहरे