बरेली: स्वास्थ्य विभाग में चल रहा आंकड़ों को नियंत्रित करने का खेल, इमरजेंसी में दो बार बेहोश हुआ मरीज तो याद आया हीट स्ट्रोक वार्ड

बरेली: स्वास्थ्य विभाग में चल रहा आंकड़ों को नियंत्रित करने का खेल, इमरजेंसी में दो बार बेहोश हुआ मरीज तो याद आया हीट स्ट्रोक वार्ड

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बरेली, अमृत विचार : भीषण गर्मी कहर ढा रही है लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग में आंकड़ों को नियंत्रित करने का खेल चल रहा है। मंगलवार को भी गर्मी की वजह से हालत बिगड़ने के बाद जिला अस्पताल लाए गए एक महिला और पुरुष को हीट स्ट्रोक के स्पष्ट लक्षण होने के बावजूद इमरजेंसी में भर्ती किया गया।

पुरुष की हालत इतनी खराब थी कि इमरजेंसी में इलाज के बावजूद वह दो बार बेहोश हो गया। इसके बाद उसे हीट स्ट्रोक वार्ड में भेजा गया। उसकी हालत अब भी गंभीर बताई जा रही है। हालांकि रिकॉर्ड में उन्हें हीट स्ट्रोक का संदिग्ध मरीज ही दर्ज किया गया है।

शहर के श्मशान घाटों का रिकॉर्ड देखें तो गर्मी से अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग का रिकॉर्ड बताता है कि जिले में अब तक ऐसा एक भी मरीज नहीं मिला है जिसे स्पष्ट लक्षण रूप से हीट स्ट्रोक हुआ हो।

जिला अस्पताल के रिकॉर्ड में यह विरोधाभास भी है कि करीब 40 मरीजों में हीट स्ट्रोक के लक्षण तो बताए गए लेकिन न उन्हें हीट स्ट्रोक से पीड़ित माना गया, न ही हीट स्ट्रोक वार्ड में भर्ती किया गया। अस्पताल प्रबंधन की सफाई है कि इन सभी मरीजों को हीट एग्जॉर्शन हुआ था जो हीट स्ट्रोक की तरह गंभीर नहीं होता। मंगलवार को भी दो लोग बेहद गंभीर हालत में जिला अस्पताल पहुंचे लेकिन उन्हें हीट स्ट्रोक वार्ड में भर्ती नहीं किया गया।

इनमें से एक दोपहर करीब दो बजे पहुंचे फतेहगंज पश्चिमी के गांव नौगवां में रहने वाले 53 वर्षीय तेजेंद्र सिंह थे जो घर पर ही चक्कर आने के बाद गिर पड़े थे। इससे बाद उनके परिजन आनन-फानन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे थे। तेजेंद्र सिंह को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया लेकिन यहां भी वह दो बार बेहोश हो गए। उनकी हालत नाजुक होती देख स्टाफ ने उन्हें हीट स्ट्रोक वार्ड में भर्ती किया। उनकी हालत अब भी गंभीर बताई जा रही है। तेजेंद्र सिंह इस सीजन में पहले मरीज हैं जिन्हें हीट स्ट्रोक वार्ड में भर्ती किया गया है।

इससे पहले नेकपुर में रहने वाली 45 वर्षीय प्रमिला को सुबह 11 बजे जिला अस्पताल लाया गया। परिवार वालों के मुताबिक प्रमिला को सुबह अचानक बेचैनी शुरू होने के साथ सांस लेने में गंभीर समस्या होने लगी। उनमें हीट स्ट्रोक के लक्षण पाए जाने के बाद उन्हें भी इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया।

इलाज के बाद उनकी हालत में कुछ सुधार बताया जा रहा है। जिला अस्पताल की एडीएसआईसी डॉ. अलका शर्मा ने बताया कि दोनों मरीजों में हीट स्ट्रोक के लक्षण मिले हैं। हालत में सुधार होने के बाद शासन की गाइडलाइन के अनुसार दोनों का सीटी स्कैन कराया जाएगा ताकि हीट स्ट्रोक की पुष्टि हो सके।

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