बाढ़ से भी मिलेगी राहत : झूंसी में गंगा तट पर बन रहे रिवर फ्रंट के कार्य में आई तेजी

करोड़ों की लागत से तैयार हो रहा पांच किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट, मार्निंग वॉक के साथ उठाएंगे प्रकृति का आनंद

बाढ़ से भी मिलेगी राहत : झूंसी में गंगा तट पर बन रहे रिवर फ्रंट के कार्य में आई तेजी

झूंसी, प्रयागराज, अमृत विचार।  यूपी की राजधानी लखनऊ में गोमती किनारे बने रिवर फ्रंट की तर्ज पर झूंसी में भी गंगा तट के किनारे रिवर फ्रंट तैयार किया जा रहा है। बाढ़ को ध्यान में रखते हुए रिवर फ्रंट के निर्माण कार्य में तेजी लाई गई है। बाढ़ से पहले फाउंडेशन का कार्य पूरा कर लिए जाने की उम्मीद जताई गई है। रिवर फ्रंट के तैयार हो जाने से एक ओर जहां महाकुंभ के दौरान लाखों की संख्या में प्रयाग आने आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभूति होगी, वहीं उसके बाद झूंसी में रहने वाले लोग इस रिवर फ्रंट पर मार्निंग वॉक के साथ-साथ सुबह और शाम प्रकृति का असल लुत्फ उठा सकेंगे।

झूंसी में गंगा तट के किनारे तकरीबन पांच किलोमीटर लंबा रिवर फ्रंट बनाया जा रहा है। इसके तीन खंडों में तैयार किया जा रहा है। सिंचाई विभाग का बाढ़ खंड रिवर फ्रंट को तैयार कर रहा है। पहले खंड में झूंसी के नरायनदास का पुरा से एलएमडी स्कूल तक, दूसरे खंड में ओल्ड जीटी रोड से झूंसी कोहना तक और तीसरे खंड में झूंसी कोहना से छतनाग गंगा घाट तक रिवर फ्रंट तैयार किया जा रहा है।

इसकी लागत तकरीबन 90 करोड़ रुपये रखी गई है। रिवर फ्रंट की सड़क को तकरीबन 50 फीट चौड़ा बनाया जा रहा है। इसके साथ ही झूंसी के तटवर्ती इलाके में स्थित आश्रम, मठ और घरों को बाढ़ से बचाने के लिए लोहे की जाल में बोल्डर बांधकर लगाया जा रहा है। बाढ़ से बचाने को बोल्डर बांधने का कार्य तकरीबन पूरा हो गया है। इस वक्त रिवर फ्रंट के किनारे पैचिंग की जा रही है। पैचिंग कार्य पूरा होने के बाद आगे का काम बाढ़ के बाद किया जाएगा। रिवर फ्रंट के किनारे शैचालय भी बनाया जाएगा। इसके साथ ही सौंदर्यीकरण के लिए लाइटिंग और पौधरोपण भी किया जाएगा। जगह-जगह पर हाई मास्क लगाए जाने की भी तैयारी है।

महाकुंभ के दौरान रिवर फ्रंट भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र होगा। ताकि महाकुंभ के दौरान यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनूभुति हो। रिवर फ्रंट का फायदा झूंसी मेें रहने वाले लोगों को भी होगा। लोग यहां प्रकृति की गोद में सुबह और शाम वॉक कर सकेंगे। कुला मिलाकर रिवर फ्रंट को एक पिकनिक स्पॉट के रुप में भी तैयार किया जा रहा है। ताकि इसका उपयोग महाकुंभ के बाद भी लोग कर सकें। सिंचाई विभाग के बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बाढ़ से पहले फाउंडेशन के साथ ही अन्य कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बाढ़ के समाप्त होने के बाद अन्य कार्य किए जाएंगे।

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