मुरादाबाद : युवक को पेड़ से बांध लाठियों से पीटने के मामले में सुरजन नगर चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर

फाइनेंसर के साथ अमानवीय व्यवहार करने वाले परवेंद्र यादव उर्फ काली डॉन व सचिन यादव गए जेल

मुरादाबाद : युवक को पेड़ से बांध लाठियों से पीटने के मामले में सुरजन नगर चौकी इंचार्ज लाइन हाजिर

मुरादाबाद। ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी सुरजन नगर के इंचार्ज रविंद्र सिंह भाटी को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। यह कार्रवाई पीड़ित के मामले में लापरवाही बरतने पर हुई है। मामला शनिवार को ठाकुरद्वारा तहसील में चल रहे समाधान दिवस में एसएसपी के सामने आने पर थाना-चौकी पुलिस हरकत में आई थी।

पुलिस ने उसी दिन मुख्य आरोपी शेरपुर पट्टी निवासी परवेंद्र यादव उर्फ काली डॉन पुत्र जगदीश यादव को दबोच लिया था और दूसरे आरोपी डिलारी थाने के गांव गुलड़िया निवासी सचिन यादव को अगले दिन पकड़ लिया था। लापरवाही के मामले में नाराज एसएसपी हेमराज मीना ने चौकी इंचार्ज के विरुद्ध प्रारंभिक कार्रवाई की है। इधर, पूरे प्रकरण में पुलिस चौकी की भूमिका की जांच सीओ ठाकुरद्वारा राजेश कुमार तिवारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि दोनों नामजद अभियुक्तों को जेल भेजा जा चुका है। 


यह था मामला
उधार वाले रुपये वापस मांगने पर फाइनेंसर को आरोपियों ने बहाने से बुलाकर गमछे से उसके हाथ कसकर पेड़ से बांधा दिया था। फिर अर्द्धनग्न कर उसे लाठियों से पीटा था। आरोप है कि उसके साथ कुकर्म करने की भी कोशिश हुई। यही नहीं, आरोपियों ने इस कृत्य का वीडियो भी बनाया और इंटरनेट पर वायरल कर दिया है। घटना एक जून को दोपहर की थी। लेकिन, आरोपियों की धमकी से भयभीत पीड़ित ने घर में भी नहीं बताया था। 13 दिन बाद जब वायरल वीडियो देखा तो घर वालों के पैरों तले जमीन खिसक गई।

फिर पीड़ित को हिम्मत देकर गुरुवार को उसे सुरजनपुर पुलिस चौकी ले गए, जहां चौकी इंचार्ज को घटना बताई। शेरपुर पट्टी गांव निवासी पीड़ित का कहना है कि पुलिस ने 14 जून को ही मुख्य आरोपी परवेंद्र यादव उर्फ काली डॉन उठा भी लिया था लेकिन, शनिवार सुबह उसे छोड़ दिया। जिस पर पीड़ित ठाकुरद्वारा तहसील में चल रहे समाधान दिवस में पहुंचा था। यहां उसने एसएसपी हेमराज मीना को प्रार्थना पत्र देकर आपबीती बताई थी और वायरल वीडियो भी दिखाए थे। एसएसपी के निर्देश पर ठाकुरद्वारा थानाध्यक्ष शैलेंद्र चौहान ने पीड़ित की तहरीर पर ज्ञात दोनों आरोपियों के विरुद्ध नामजद एफआईआर दर्ज की थी। 

पीड़ित ने बताई थी घटना और कारण
पीड़ित ने बताया कि आरोपी परवेंद्र यादव उर्फ काली डॉन उनके घर के सामने रहता है। इसका दोस्त सचिन यादव है। काली डॉन के जरिए वह सचिन को पहचानता है। पीड़ित ने बताया कि वह फाइनेंश का काम करता है। डेढ़ साल पहले सचिन ने बीमारी का बहना बनाकर उससे 5,000 रुपये उधार लिए थे। इधर, पीड़ित की पत्नी की डिलवरी होने वाली थी। इसलिए उसने सचिन से अपने उधार वाले रुपये वापस मांगे थे। जिस पर सचिन ने पीड़ित को कांठ मार्ग पर पुलिया पर बुलाया था।

वहां काली डॉन, सचिन यादव और दो अन्य लोग मौजूद थे। इन लोगों ने जैसे ही उसे देखा कि तुरंत दौड़कर पकड़ लिया। गमछे से उसके हाथ कसकर पेड़ में बांध दिया और उसके अंडरगारमेंट्स भी उतार दिए और फिर उसे लाठियों से पीटा। पीड़ित का आरोप है कि इन चारों ने उसके साथ कुर्कम भी करने की कोशिश की। इस पूरी घटना का उन लोगों ने वीडियो भी बना लिया था, जिसे वायरल कर दिया है। पीड़ित ने बताया कि उसकी पत्नी ने शुक्रवार को बेटे को जन्म दिया है। पीड़ित चार भाइयों में तीसरे नंबर का है।

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