लखनऊ: एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ! जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

लखनऊ: एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन से हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ! जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

लखनऊ, अमृत विचार। ब्रिटिश दवाई कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोर्ट के सामने एक बड़ी बात स्वीकार की है। उसने अदालती दस्तावेज में माना है कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन के कारण एक दुर्लभ साइड इफेक्ट हो सकता है एस्ट्राजेनेका ने यूके हाईकोर्ट में कबूल किया कि कोविड-19 वैक्सीन से थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (TTS) साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।

विशेषज्ञों की मानें तो थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम से शरीर में खून का थक्का जमने और प्लेटलेट्स कम होने की दिक्कत सामने आती है। ब्लड क्लॉट की वजह से ब्रेन स्ट्रोक या कार्डियक अरेस्ट यानी की हार्ट अटैक की समस्या हो सकती हे। भारत में भी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लगाई गई थी।

मीडिया रिपोर्ट की माने तों साल 2021 में विदेशों में खून का थक्का जमने की बात सामने आई थी। जिसके बाद यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने कहा था कि जांच में कुछ साबित नहीं हुआ है, लेकिन यह संभव है।  इसको नकारा नहीं जा सकता। उस समय एजेंसी पता लगाने में जुटी हुई थी कि खून का थक्का जमने की बात कोरोना रोधी टीके  का साइड इफेक्ट था या फिर संयोग।

हालांकि जैसे ही यह खबर लोगों के सामने आई तो कई लोग इस कोरोना रोधी टीके को लेकर आशंकित हो गये। इन आशंकाओं के बीच अमृत विचार संवाददाता ने राजधानी के डॉक्टरों से इस विषय पर बात की। आइये जानते हैं डॉक्टरों ने क्या कहा।

किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रो.डी. हिमांशु ने बताया कि कोरोना रोधी टीकाकरण के बाद खून का थक्का जमने को लेकर कोई शोध नहीं किया गया, लेकिन जब करीब ढाई साल पहले बाहर के मुल्कों में वैक्सीन लगने के बाद कुछ बच्चों में खून का थक्का जमने की बात सामने आई थी। उस दौरान केजीएमयू में आने वाले मरीजों के ब्लड की जांच की जाती थी। उससे यह देखा जाता था कि इनमें खून का थक्का जमने की समस्या तो नहीं है, लेकिन राहत की बात यह थी कि उस दौरान इस तरह के मामले सामने नहीं आये थे।

पैथालॉजिस्ट डॉ. पीके. गुप्ता बताते हैं कि युवाओं में हार्ट अटैक की दिक्कत होने पर वैक्सीन के एसोसिएशन की बात अपवाद स्वरूप सामने आई है, लेकिन यह कहना कि वैक्सीन की वजह से हार्ट अटैक पड़ रहा है। यह उचित नहीं है। अपवाद को नियम नहीं कहा जा सकता। यदि कोरोना रोधी टीके की वजह से हार्ट अटैक पड़ रहा होता, तो जिसने भी वैक्सीन लगवाई है, सभी को हार्ट अटैक पड़ता। खून का थक्का जमना और हार्ट अटैक पड़ना व्यक्ति के स्वास्थ्य, जीवन शैली, रोग प्रतिरोधक क्षमता और डीएनए पर निर्धारित करता है। इससे बहुत भयभीत होने की जरूरत नहीं है।

कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. साजिद बताते हैं कि एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को लेकर साइड इफेक्ट की जो बात सामने आ रही है। इस तरह की कोई समस्या किसी मरीज में देखने को नहीं मिला है। इसलिए डरने की जरूरत नहीं है।

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