Valentine's Day special: आगरा ही नही मुरादाबाद में भी है मोहब्बत की निशानी ताजमहल... दूर दराज से देखने आते हैं लोग
अब्दुल वाजिद, अमृत विचार। यूं तो सभी जानते हैं कि ताजमहल मोहब्बत की ऐसी मिसाल है, जिसे दुनिया जानती है। दुनिया के आठ अजूबों में शामिल आगरा का ताजमहल दुनिया भर में मोहब्बत की निशानी के तौर पर अपनी पहचान रखता है। लेकिन, यूपी में आगरा के अलावा भी एक मिनी ताजमहल है, जो हूबहू आगरा के ताजमहल की तरह नजर आता है। इसकी सबसे बडी खासियत ये है कि इस आलीशान ताज को घर की छत पर बनाया गया है।
बता दें कि कुन्दरकी में बना ये मिनी ताज महल ग्राम रूपपुर निवासी छिद्दा खरसाली ने अपनी बेगम को तोहफे में दिया था। हालांकि अब छिद्दा खरसाली की भी मृत्यु हो चुकी है। अब ये मिनी ताजमहल भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बन गया है।
ताज महल को दुनियाभर में मोहब्बत का प्रतीक माना जाता है। इसी से प्रभावित होकर कुंदरकी निवासी छिद्दा खरसाली ने अपने मकान की छत पर अपनी बेगम की मोहब्बत की यादों को ताजा रखने के लिए ताज महल का मॉडल बना दिया। जिसके बाद इस ताज की भी शोहरत फैलने लगी।
इस नायाब ताजमहल की शोहरत को सुन ताज महल संरक्षण विभाग के अधिकारी भी यहां दौरा करने आ चुके हैं। यहां रहने वाले बुजुर्ग बतातें हैं कि छिद्दा खरसाली ने इसका निर्माण सन् 1969 में किया था।
इतना ही नहीं अब इस महल की वजह से ही ब्लॉक कार्यालय से चांद कदम की दूरी पर ताजमहल के नाम से एक मौहल्ला भी पहचाना होने लगी है। इसकी खासियत और शोहरत के चलते अब यहां वाहनों का स्टॉपेज भी बना दिया गया है। साथ ही बस स्टैड पर भी रिक्शा वाले ताजमहल, ताजमहल की आवाज लगाते नजर आते हैं।
स्थानीय लोग कहते हैं कि धन्य हैं छिद्दा खरसाली, जो मकान पर ताज बनाकर अपनी मोहब्बत को आबाद कर गए। कुन्दरकी का नाम रोशन कर गए। अब स्थिति यह बन चुकी है कि आते जाते यात्री अपने वाहन रोककर इस ताज महल को देखते हैं।
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