पीलीभीत: गौसेवा के नाम पर कईयों ने खुद को बनाया, आगे आया गौरधाम  परिवार, पहले पांच लाख से टीनशेड बनवाया, अब सात लाख से बिछवाएगा फर्श..जानिए आगे की क्या है तैयारी

पीलीभीत: गौसेवा के नाम पर कईयों ने खुद को बनाया, आगे आया गौरधाम  परिवार, पहले पांच लाख से टीनशेड बनवाया, अब सात लाख से बिछवाएगा फर्श..जानिए आगे की क्या है तैयारी

वैभव शुक्ला/ पीलीभीत, अमृत विचार: जिला मुख्यालय से पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित देवीपुरा गोशाला में आश्रित गोवंशीय पशुओं को जल्द कुछ और राहत मिलेगी। गौरधाम परिवार की ओर से फर्श तैयार कराकर बारिश में होने वाली कीचड़ से मुक्ति दिलाई जाएगी। बारिश की वजह से काम जरूर बाधित हो रहा है।

बता दें कि गोवंशीय पशुओं को आश्रित करने के लिए सुल्तानपुर सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी के प्रयासों से एसपीसीए द्वारा 1996 में देवीपुरा गांव में गोशाला का निर्माण कराया गया था। उस वक्त इस गोशाला में जिले के अलावा मंडल के अन्य जनपदों से भी पशु आश्रित किए जाते थे।  इस गोशाला को लंबे समय समय से बदहाल ही देखा जा रहा है। वर्तमान में करीब एक हजार पशु आश्रित है।

इस गौशाला में स्टाफ और संसाधन की बदहाली के चलते कई बार गोवंशीय पशुओं की मौत होने पर मामला शासन स्तर तक पहुंचा और खलबली मची रही। जिसके बाद गोप्रेमी आगे तो आए , लेकिन गौवंश के नाम पर अपना ही विकास कर चलते बने। इसके बाद बीते कुछ समय से गौर धाम मंदिर परिवार के सदस्य जुड़े और गोवंश की सेवा को मुहिम चलाई। बीते साल पांच लाख की लागत से पशुओं के लिए टीनशेड का निर्माण कराया गया था।

इसके बाद गोशाला में कीचड़ की समस्या का पता चला। जिसके बाद परिसर मे फर्श डलवाने के लिए काम कराने की ठानी। इसके लिए वैसे तो काम एक माह पहले शुरू करा दिया गया था लेकिन मौसम और अन्य दिक्कत आ गई। जिसके बाद रविवार से काम को रफ्तार दे दी गई है। इस फर्श के निर्माण में सात लाख रुपए का खर्च आएगा।जिसे गौर धाम परिवार ही जुटा रहा है। 

आगे एक और टीनशेड, नांद भी बनेगी: गौर धाम परिवार के सदस्यों की माने तो परिसर ली कीचड़ दूर करने के लिए अभी फर्श बनवा रहे है। इसके बाद गायों के खानपान के लिए नांद बनेगी। फिर हो सका तो टीनशेड डलवाया जाएगा। बता दें कि पूर्व में गौर धाम परिवार कई भक्तिमय आयोजन करा चुका है। इसके अलावा भूसा, चारा और हरी सब्जी भी मुहैया करा चुका है। लोगों से भी लगातार इस मुहिम से जुड़ने की अपील की जा रही है। 

तत्कालीन डीएम पुलकित की पहल हुई फेल: बता दें कि दो साल पहले देवीपुरा गोशाला में कई गोवंश की जान गई। इसका हल्ला शासन तक पहुंचा। इलाज और भरपेट चारा न मिलने की बात सामने आई। हर बार की तरह पेट में पॉलिथीन और हादसे में घायल पशुओं की मौत होने की बात कह दी गई। जिसके बाद हरा चारा उगाने के लिए जमीन ग्राम पंचायत से चिन्हित की गई मगर यह मुहिम तत्कालीन डीएम के कार्यकाल में ही फेल हो गई ।

बता दें कि नई गोशालाओ के निर्माण में भी सिर्फ बजाय खपाया गया। बीते साल बिलसंडा की एक ग्राम पंचायत में तो नर्तकियों का डांस और दावत तक कराने के वीडियो वायरल हुए इसे भी जांच के नाम पर दबा दिया गया। 

गोवंश संरक्षण को लेकर गौर धाम परिवार लगातार मुहिम चला रहा है। टीनशेड बनवाने के बाद अब फर्श तैयार किया जा रहा है। इसमें सात लाख की लागत आएगी। भाजपा के बरखेड़ा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद ने एक माह की सैलरी देते हुए चेक दिया है। जिसको कैश अभी नहीं कराया है। लोग गोसेवा से जुड़े ताकि आगे भी काम कराए जा सकें।- दीपू अग्रवाल, गौर धाम परिवार के सदस्य

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